कहा जाता है कि जो भी कालभैरव के भक्तों पर बुरी नजर रखता है, उसकी रक्षा तीनों लोक में कोई नहीं कर सकता है। माना जाता है कि इनके भय से काल भी थर-थर कांपता है। कालभैरव के हाथ में त्रिशुल, तलवार और डंडा सदा रहता है, यही कारण है कि इन्हें दंडपाणि कहा जाता है।
ये भी पढ़ें- सावन में शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं ये चीज, नहीं तो हो जाएगा विनाश कालभैरव का वाहन कुत्ता है। हम सभी जानते हैं कि कुत्ते में अद्भुत शक्तियां होती हैं। शकुन शास्त्र के अनुसार, कुत्ता को शकुन रत्न है। माना जाता है कि कुत्ता इंसान से अधिक वफादार, भविष्य वक्ता और अपनी हरकतों से शुभ-अशुभ भी बता देता है।
कहा जाता है कि काला कुत्ता सबसे ज्यादा उपयोगी और शुभ सिद्ध होता है। माना जाता है कि जिस घर में काला कुत्ता होता हैं, वहां धन का अभाव नहीं रहता है। साथ ही उस घर पर ऊपरी शक्ति का प्रभाव खत्म हो जाता है।
ऐसे दूर करें आर्थिक तंगी अगर आपको ऊपर शनि, राहु-केतु जैसे ग्रहों की अशुभ प्रभाव को दूर करने के लिए रात में अंतिम रोटी सरसों का तेल लगाकर काले कुत्ते को खिलाएं। अगर काला कुत्ता न हो तो अन्य किसी कुत्ते को खिला दें।
इसके अलावे घर की रसोई में पहली रोटी सेंकने के बाद उस रोटी में शुद्ध घी लगाकर चार टूकड़ें कर लें और उन चारों टूकड़ों पर चीनी, गुड़ या खीर दें। इसके रोटी के एक-एक टूकड़े को गाय, कुत्ते, कौवे और जरूरतमंद को दे दें।