समानता यह है कि सन 2020 और विक्रम संवत 2077 की शुरुआत इस बार बुधवार से हो रही है और सुखद संयोग महिलाओं के लिए है। बताया जा रहा है कि बुध ही इस बार पूरे साल का प्रतिनिधित्व करने जा रहे हैं, जो कन्या राशि के स्वामी हैं। इसके अलावा एक खास बात यह भी है कि हिंदू नवसंवत्सर में बनने वाले ग्रहों के नए मंत्रिमंडल में भी बुध ही राजा की भूमिका में रहेंगे।
ज्योतिष शास्त्र के जानकारों का कहना है कि नया वर्ष महिलाओं के लिए हर क्षेत्र में तरक्की दिलाने वाला साबित होगा। यह भी संयोग ही है कि अंग्रेजी नव वर्ष यानी 01/01/2020 का कुल योग भी 6 है। जानकारों की मानें तो बुध के राजा रहते धर्म व अध्यात्म क्षेत्रों का विस्तार होगा। रवि और सिद्धि योग भी इन दोनों दिनों की शुभता में बढ़ोतरी करने वाले होंगे। रवि व सिद्धि योग दोनों ही नव वर्षों के पहले दिन की शुभता में बढ़ोतरी करने वाले होंगे।
ज्योतिषियों का कहना है कि इससे पहले 2014 में भी अंग्रेजी नववर्ष की शुरुआत बुधवार को हुई थी। 2020 में फिर ऐसा संयोग बन रहा है। इसके बाद 2022 में भी ऐसा संयोग बनेगा। कन्या लग्न में साल की शुरुआत होने से इस राशि वालों के लिए पूरा वर्ष अत्याधिक लाभदायक रहेगा। बुध का अधिपत्य रहने से विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं के सम्मान व प्रभाव में बढ़ोतरी होने की संभावना है।