मध्य प्रदेश के रतलाम में बाल गोपाल की मूर्ति पी रही चाय और पानी, पिलाने के लिए मची होड़
कुछ वर्ष पहले एक अफवाह ने जोर पकड़ा था कि भगवान गणेश ( Lord Ganesha ) दूध पी रहे हैं। कुछ इसी तरह की एक अफवाह सोमवार को मध्य प्रदेश के रतलाम ( Ratlam ) में फैली कि बाल गोपाल लड्डू ( laddu gopal ) की प्रतिमा दूध, चाय और पानी पी रही है। फिर क्या था, इसके बाद तो बाल गोपाल ( Bal Gopal ) को दूध, चाय और पानी पिलाने की होड़ मच गई।
बताया जा रहा है कि सोमवार की शाम, जब बाल गोपाल को 56 भोग लगाया गया. तब वहां मौजूद एक महिला ने प्रतिमा को दूध पिलाने के लिए उनके मुंह के पास चम्मच लगाया तो चम्मच में मौजूद दूध धीरे-धीरे गायब हो गया। इस चमत्कार को देखने के बाद बड़ी तादाद में भक्त प्रतिमा को दूध पिलाने लगे।
माखन-मिश्री सब हो जाता है गायब यह लड्डू गोपाल दही, दूध मक्खन, मिश्री सब खाते हैं। उन्हें लड्डू भी खिलाया जाता है। यह प्रतिमा एक के बाद एक भक्तों के निवास पर मेहमान बनकर पहुंचती है। कई भक्तों का नंबर दो-दो सालों में लगता है।
मूर्ति का बढ़ रहा है आकार भक्तों का कहना है कि कई धातुओं से मिलकर यह मूर्ति बनी है। लोग बता रहे हैं कि इसका आकार भी लगातार बढ़ रहा है। बच्चों की तरह होता है व्यवहार
लड्डू गोपाल के साथ उनके भक्त एक बच्चे के समान ही व्यवहार करते हैं। बच्चे की तरह उन्हें खिलाया और पिलाया जाता है। लोरी सुनाकर उन्हें सुलाया जाता है। दूध उगलते हैं चाय पी जाते हैं
लड्डू गोपाल के भक्त इस मूर्ति को चमत्कारिक मानते हैं। उनका कहना है कि जब सुबह-सुबह लड्डू गोपाल को उठाया जाता है और उन्हें बच्चों की तरह दूध पिलाया जाता है तो वह दूध उगल देते हैं। इसके बाद जब चाय पिलाई जाती है तो वह बड़े ही शोक से पी जाते हैं। इसके बाद इन्हें दिन में नहलाया जाता है। मुकुट, मोरपंख, बांसुरी लगाकर उनका श्रंगार किया जाता है। शाम के बाद लोरिया गाकर बच्चे की तरह उन्हें सुलाया जाता है।
पूरी करते हैं मुराद लड्डू गोपाल के कानों में भक्त अपनी मुराद बताते हैं। लोगों का मानना है कि यह मुराद कुछ ही दिनों में पूरी हो जाती है। जो भी इच्छाएं उनके कानों में बोली जाती है, वह पूरी हो जाती है।