किसे धारण करना चाहिए ये रत्न: ये रत्न 30 दिनों के अंदर अपना असर दिखाने लगता है। जिन लोगों को ये रत्न सूट कर जाता है उनकी ये लाइफ बदल देता है वहीं जिन्हें ये रत्न सूट नहीं करता उन्हें तमाम परेशानियों में डाल देता है। इसलिए इस रत्न को धारण करने से किसी ज्योतिषी से परामर्श जरूर ले लें। ये धनु और मीन राशि के लोगों के लिए सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है। इसके साथ ही मेष, कर्क, सिंह और वृश्चिक राशि के लोग भी इसे धारण कर सकते हैं। पुखराज रत्न का वजन कभी भी 3.25 कैरेट से कम नहीं होना चाहिए। मान्यता है जो कोई भी व्यक्ति इसे धारण करता है उसके जीवन में धन, वैभव और ऐश्वर्य की वृद्धि होती है।
किसे नहीं धारण करना चाहिए ये रत्न? वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर और कुंभ राशि वालों को इस रत्न को धारण करने से बचना चाहिए। लेकिन इन राशियों के लोग कुछ विशेष परिस्थितियों में इस रत्न को पहन सकते हैं। इस बात का भी ध्यान रखें कि पुखराज कभी भी पन्ना, हीरा, नीलम, गोमेद और लहसुनिया के साथ नहीं पहनना चाहिए। गुरु अगर बल हीन हो तो भी ये रत्न नहीं पहनना चाहिए। इसके अलावा यदि पुखराज धारण किया हुआ है और उस पर सफेद रंग के धब्बे दिखाई दे रहे हैं तो ये जीवन के लिए बेहद ही घातक हो सकते हैं। अगर पुखराज रत्न का रंग बदलता हुआ दिखाई दे रहा है तो इसका मतलब है कि आने वाले समय में आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।