कहा जाता है कि जितना जल्दी भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं, उतना ही जल्दी शिव जी नाराज भी हो जाते हैं। माना जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के सबसे आसान उपाय है शिव जी का जाप करना। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हर पूजन में खास विधि अपनाई जाती है, उसी प्रकार शिव जी का जाप करने के भी कुछ नियम हैं। आइये जानते हैं उन नियमों के बारे में…
भगवान शिव की आराधना करने से पूर्व सबसे पहले स्नान करना चाहिए। तन-मन से शुद्ध होने के बाद शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद शिव स्तुति का पाठ करना चाहिए। ऐसा करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है। इसके पश्चात दान-पुण्य करना चाहिए। ऐसा करने से पूजा सफल होती है।
मान्यता है कि भगवान शिव को चावल अर्पित करने से आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। माना जाता है कि भोलेनाथ एक लोटे जल से भी प्रसन्न हो जाते हैं, यही कारण है कि उन्हें भोलेनाथ कहा जाता है।
मान्यता है कि शिव जी को तिल अर्पण करने से पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसके अलावा शिव जी पर जौ अर्पित करने से घर में सुख-सुविधा की प्राप्ति होती है। मान्यता है कि किसी प्रकार के रोगों से छुटकारा पाने के लिए हर दिन शिवलिंग पर जल अर्पित करना चाहिए। इसके अलावा आयु वृद्धि के लिए शिवलिंग पर दूर्वा चढ़ाना चाहिए।
कारोबार और नौकरी में पद पाने के लिए भगवान शिव को दूध अर्पित करना चाहिए। ध्यान रखें कि भगवान शिव को दूध अर्पित करते वक्त सच्चे मन से भोलेनाथ का ध्यान करें। दूध अर्पित करने के बाद जरुरतमंदों में अन्न वितरण करें। ऐसा करने से शिव जी प्रसन्न रहते हैं।