कुछ ऐसी मान्यताएं भी हैं कि इस दिन किए गए तांत्रिक प्रयोग अकाट्य और तुरंत प्रभावी होते हैं। वहीं ज्योतिष के कुछ जानकारों का मानना है कि प्रदोष के ऐसे उपाय (Som Pradosh Vrat ke Upay) तभी करने चाहिए जब कोई दूसरा उपाय न बचा हो, अन्यथा नुकसान भी हो सकता है, ध्यान रहे इसमें एक छोटी सी अनजाने में हुई गलती भी बड़ा नुक्सान दे सकती है।
जानकारों के अनुसार शिव महापुराण में भी प्रदोष के निमित्त कई उपाय बताए गए हैं। जिन्हें आवश्यकतानुसार किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में…
शिव पुराण के इन उपायों से दूर होगा हर संकट (Shivpuran ke Upay)
: यदि आप शत्रुओं से परेशान हैं और आप उससे उबर नहीं पा रहे हैं। तो इसके तहत शमी पत्र को गंगाजल से धोकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इसके बाद वहीं पर बैठकर ‘ॐ नमः शिवाय’ का 108 बार जप करें। कहा जाता है कि यह उपाय (Shiv ji Ke Upay) बड़े से बड़े शत्रु को भी आपके सामने झुका देगा।
: शिव महापुराण में बिजनेस बढ़ाने के लिए भी उपाय बताया गया है। इसके लिए प्रदोष के दिन शाम को रंगोली वाले 5 अलग-अलग रंग लें। इनकी मदद से शिवमंदिर में एक गोल फूल वाली रंगोली बनाएं। इस रंगोली के बीचों-बीच देसी घी का दीपक जलाएं। अब हाथ जोड़कर महादेव का ध्यान करें और उनसे बिजनेस बढ़ाने की प्रार्थना करें। माना जाता है कि इस उपाय से रुका हुआ बिजनेस भी चल निकलता है।
: यदि परिवार में किसी भी तरह की कोई समस्या हो, तो सोम प्रदोष का ये उपाय विशेष माना जाता है। इसके तहत शाम को शिव मंदिर में जाकर एक देसी घी का दीपक और एक तेल का दीपक जलाएं।
देसी घी के दीपक में रूई की खड़ी बत्ती हों और तेल के दीपक में लंबी बत्ती बनाएं। प्रत्येक प्रदोष को इस उपाय को करें। इससे घर में शांति बनी रहेगी।
: जिन लोगों का स्वास्थ्य खराब रहता है उन्हें शिवजी का ये विशेष (Shivji ke Upay) करना चाहिए। इसके लिए प्रदोष के दिन शाम के समय शिवमंदिर में जाकर भगवान को सूखा नारियल चढ़ाएं। इसके बाद भोलेनाथ से अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करें। माना जाता है कि दस उपाय को करने से व्यक्ति स्वास्थ्य अच्छा होता है।
: बहुत से लोगों के पारिवारिक जीवन में क्लेश रहता है। ऐसे लोगों को सोम प्रदोष (Som Pradosh Vrat) पर दही में शहद मिलाकर भगवान भोलेनाथ को उसका भोग लगाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से घर का क्लेश समाप्त होता है और गृहस्थ जीवन में शांति और प्रेम का आगमन होता है।
: इन सभी उपायों के अलावा एक अन्य तांत्रिक उपाय भी है। यह उपाय प्रदोष या सोमवार को रात 9 बजे शुरू करना होता है। इसमें रात 9 बजे बाद भगवान शिव का जल से अभिषेक करते हुए लघु मृत्युंजय मंत्र ‘ॐ जूं सः’ का कम से कम 108 बार जप करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से व्यक्ति का बड़े से बड़ा कष्ट भी मिट जाता है।