योग:
वरियान नामक नैसर्गिक शुभ योग अपराह्न 3.37 तक, इसके बाद परिघ नामक नैसर्गिक अशुभ योग रहेगा। परिघ योग की पूर्वाद्र्ध घटियां शुभ कार्यों में त्याज्य हैं।
शुभ मुहूर्त:
उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज किसी शुभ व मांगलिक कार्यादि के शुभ व शुद्ध मुहूर्त नहीं है।
श्रेष्ठ चौघडि़ए:
आज सूर्योदय से प्रात: 8.31 तक शुभ, पूर्वाह्न 11.18 से अपराह्न 3.28 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत तथा सायं 4.51 से सूर्यास्त तक शुभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर 12.19 से दोपहर 1.03 तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
राहुकाल:
दोपहर बाद 1.30 से अपराह्न 3.00 बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।