सुख समृद्धि के लिएः मान्यता है कि पीपल के पेड़ में भगवान विष्णु वास करते हैं, इसलिए एकादशी के दिन एक लोटे जल में शक्कर मिलाकर पेड़ की जड़ में अर्पित करना चाहिए। मान्यता है कि इससे सुख समृद्धि आती है।
धन लाभ के लिएः धनलाभ के लिए एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करनी चाहिए। इसके अलावा रात में भगवान के समक्ष नौ बत्ती वाला दीपक जलाएं। ध्यान रहे दीपक न बुझे, इससे विष्णुप्रिया माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और जातक को धनलाभ होता है।
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18 मार्च को है पापमोचनी एकादशीः पंचांग के अनुसार पापमोचनी एकादशी 18 मार्च को है। पापमोचनी एकादशी यानी चैत्र कृष्ण एकादशी तिथि की शुरुआत 17 मार्च को दोपहर 2.06 पीएम से हो रही है और यह तिथि 18 मार्च 11.13 एएम पर संपन्न हो रही है। लेकिन उदया तिथि में यह व्रत 18 मार्च को रखा जाएगा। इस दिन भगवान के चतुर्भुज रूप की पूजा करनी चाहिए।
पापमोचनी एकादशी पारणः पापमोचनी एकादशी व्रत के पारण का समय द्वादशी के दिन 19 मार्च सुबह 6.27 बजे से सुबह 8.51 बजे के बीच होगा।