भगवान शिव के कुल द्वादश (12) ज्योतिर्लिंग ( 12 jyotirlinga ) हैं। ये है सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, केदारनाथ, भीमाशंकर, विश्वनाथ, त्रयम्बकेश्वर, वैद्यनाथ, नागेश्वर, रामेश्वर और घुश्मेश्वर। घर में द्वादश ज्योतिर्लिंगों के चित्र लगाने के अलग-अलग नियम हैं…
घर में द्वादश ज्योतिर्लिंगों के चित्र को पूर्व या पश्चिम दिशा की और ही लगाएं। द्वादश ज्योतिर्लिंगों चित्र एक साथ कभी न लगाएं। इसके अलावे अगर आप राशि के अनुसार चित्र लगाते हैं तो ज्यादा बेहतर होगा। ध्यान रहे कि द्वादश ज्योतिर्लिंगों के चित्र सावन महीने में सोमवार, पूर्णिमा या शिवरात्रि को लगा सकते हैं। जिस स्थान पर द्वादश ज्योतिर्लिंगों के चित्र लगा रहे हैं वहां पर किसी और देवी देवता की स्थापना न करें
द्वादश ज्योतिर्लिंगों का ऐसे करें उपासना
द्वादश ज्योतिर्लिंगों का ऐसे करें उपासना
द्वादश ज्योतिर्लिंगों के समक्ष पूजा-उपासना के लिए सबसे एक बड़ा पात्र रख लें, उसके बाद भगवान शिव का ध्यान करके उसी पात्र में बेलपत्र, फूल, धूप आदि अर्पित करें। उसके बाद भगवान शिव का नाम जपते हुए दोनों हाथ से जल डालें। इसके बाद भगवान शिव के किसी मंत्र की 3 या 11 माला जाप करें और अंत द्वादश ज्योतिर्लिंगों के नाम लेकर क्षमा प्रार्थना करें।
विशेष प्रयोजनों ( जैसे बीमारी, श्राप, आयु रक्षा अन्य ) के लिए इन ज्योतिर्लिंगों के चीत्र की स्थापना करें राशि अनुसार इस ज्योतिर्लिंग का चित्र लगाएं और पूजा करें