दरअसल, मौनी अमावस्या के दिन ( शुक्रवार, 24 जनवरी ) शनि राशि बदलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। बताया जा रहा है कि यह साल का सबसे बड़ा राशि परिवर्तन होने वाला है। शनि के राशि परिवर्तन से पहले यह आखिरी शनिवार है। ऐसे में शनिवार को शनि दोष कम करने के लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं…
मान्यताओं के अनुसार, शनिवार को किसी गरीब को काली चप्पल देने से शनि दोष खत्म हो जाता है। साथ ही शनि का नकारात्मक प्रभाव भी नहीं पड़ता है। अगर कर्ज से मुक्ति चाहते हैं तो शनिवार को अपनी लंबाई के बराबर एक काला धागा काट लें और इसे पानी वाले नारियल में लपेटकर प्रवाहित कर दें। ऐसा करने से आप जल्द ही कर्ज मुक्त हो जाएंगे।
शनि के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए काले कपड़े में भीगे हुए काले चने और कोयले का टुकड़ा बांधकर किसी नदी में प्रवाहित कर दें। शनि महादशा से पीड़ित लोग इससे छुटकारा पाने के लिए मध्यमा अंगुली में काले घोड़े के नाल का छल्ला पहनना चाहिए। ध्यान रहे कि इसे धारण करने से पहले शुक्रवार की गंगाजल और दूध में डूबोकर रख दें।
किसी तरह की काम में रुकावट आ रही है तो शनिवार के दिन काले कुत्ते को काले तिल से बने सात लड्डू खिलाएं। मुसीबतों से छुटकारा पाने के लिए पीपल में कच्चा सूत लपेटें। ये क्रिया सात बार करें। ऐसा करने से शनि की टेढ़ी नजर आप पर नहीं पड़ेगी।
जीवन में सफलता पाने और नजर दोष से बचने के लिए शनिवार के दिन आप अपने हाथ की लंबाई का 19 गुणा लंबा एक काला धागा लें और इसे माला के रूप में पिरोकर गले में पहन लें।
शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए गेहूं के आटे की दो रोटियां बनाएं और एक रोटी में सरसों का तेल लगाएं, जबकि दूसरी रोटी में मिठाई का एक टुकड़ा रख दें। तेल वाली रोटी को काली गाय को खिलाएं जबकि दूसरी रोटी को सफेद गाय को खिलाएं।
शनिवार के दिन शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं। ये काम आपको लगातार 43 शनिवार को सुबह के समय करना होगा। ऐसा करने से काम बनने लगेंगे। अगर मकान का सुख लेना चाहते हैं तो शनिवार के दिन, भो शनिदेवः चन्दनं दिव्यं गन्धादय सुमनोहरम्। विलेपन छायात्मजः चन्दनं प्रति गृहयन्ताम्।। मंत्र का जप करते हुए शनिदेव को चंदन अर्पित करें।