मान्यता है कि सावन महीने में भगवान विष्णु क्षीर सागर में विश्राम करने चले जाते हैं। ऐसे में देवों के देव महादेव ही तीनों लोक की रक्षा करते हैं।
ये भी पढ़ें- तो इस वजह से महिलाएं सावन में पहनती हैं हरी चूड़ियां आज हम बताएंगे कि सावन महीने में कहां-कहां मेला (
Shravani fair ) लगता है। इस मेले को देखने के लिए और भगवान शिव के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं।
हरिद्वार सावन महीना में शिव भक्तों के लिए हरिद्वार में सबसे बड़ा मेला लगता है। यहां पर सावन आते ही कांवड़ियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो जाता है।
देवघर झारखंड के देवघर में हर साल करोड़ों की संख्या में शिव भक्त पहुंचते हैं और भोलेनाथ पर जलाभिषेक करते हैं। बैद्यनाथ धाम आने वाले कांवड़िये बिहार के सुल्तानगंज में गंगा नदी से जल लेकर देवघर आते हैं और बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक करते हैं। देवघर के श्रावणी मेला (
Sawan Mela ) सबसे बड़े मेलों में शुमार है।
काशि विश्वानथ उत्तर प्रदेश के काशी ( वाराणसी ) में भी सावन महीना में बड़ा मेला (
Shravani Mela 2019 ) लगता है। यहां पर कांवड़िया बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए सात मार्गों से पैदल आते हैं। सावन महीने में यहा पर शिव भक्तों की भीड़ बढ़ जाती है।
लखीमपुर सावन महीने में लखीमपुर-खीरी स्थित गोला गोकर्णनाथ के दरबार में शिव भक्तों का तांता लग जाता है। छोटी काशी के नाम से विख्यात इस नगरी में सावन महीने में बड़ा मेला लगता है।