1. बाथरूम की दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार आपको अपने घर में दक्षिण या ईशान कोण में बाथरूम बनवाना चाहिए। साथ ही घर की पूर्व दिशा में स्नानघर होना अच्छा माना जाता है।
2. बाल्टी और मग का रंग
वास्तु दोष से बचने के लिए घर के बाथरूम में नीले रंग के मग और बाल्टी रखना अच्छा होता है। वहीं वास्तु के मुताबिक बाथरूम में कभी भी मटमैले, बैंगनी या काले रंग के बाल्टी या मग नहीं रखने चाहिएं।
3. बाथरूम में क्या न लगाएं
वास्तु शास्त्र कहता है कि घर के बाथरूम में किसी भी तरह की तस्वीर या कोई भी पौधे नहीं लगानी चाहिएं। इसके अलावा आप बाथरूम के अंदर उचित दिशा में एक छोटा सा आईना लगा सकते हैं।
4. बाथरूम का दरवाजा
घर में बाथरूम का दरवाजा प्लास्टिक या लोहे का नहीं बनवाना चाहिए। साथ ही दरवाजा टूटा-फूटा भी ना हो। अगर बाथरूम का दरवाजा कहीं से खराब हो गया है तो तुरन्त उसकी मरम्मत कराएं। वास्तु के मुताबिक बाथरूम में लकड़ी का दरवाजा लगाना शुभ माना गया है। वहीं याद रखें कि बाथरूम का दरवाजा हमेशा बंद रखना चाहिए।
5. बाथरूम में हवा और पानी का बहाव
वास्तु शास्त्र के अनुसार बाथरूम का वेंटिलेशन पूर्व या उत्तर दिशा में होना चाहिए। साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि पानी का बहाव उत्तर से दक्षिण की ओर बिल्कुल नहीं होना चाहिए। बाथरूम में पानी का बहाव उत्तर-पूर्व दिशा में रखना उचित होता है।
6. अटैच बाथरूम
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि स्नान घर चंद्र का और शौचालय राहु का स्थान होता है। इसलिए घर के कमरों से अटैच बाथरूम नहीं होना चाहिए। वरना भयंकर वास्तु दोष उत्पन्न होने के कारण परिवार में नकारात्मक ऊर्जा फैलती है। जिससे सदस्यों में आपसी मनमुटाव होता है।