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आज चतुर्दशी पर बने ये संयोग, इन कार्यों से होगा बड़ा फायदा

Published: Apr 14, 2018 09:46:15 am

उत्तराभाद्रपद ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र अंतरात्रि ४.२८ तक, इसके बाद रेवती ‘मृदु व तिङ्र्यंमुख’ संज्ञक नक्षत्र है।

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त्रयोदशी जया संज्ञक तिथि प्रात: ९.१२ तक, इसके बाद चतुर्दशी रिक्ता संज्ञक तिथि प्रारम्भ हो जाएगी। वैसे त्रयोदशी तिथि में जनेऊ को छोडक़र यात्रा, प्रवेश, गृहारम्भ, युद्ध आदि विषयक कार्य करने योग्य हैं। चतुर्दशी तिथि में शुभ व मांगलिक कार्य सर्वथा वर्जित है। नक्षत्र: उत्तराभाद्रपद ‘ध्रुव व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र अंतरात्रि ४.२८ तक, इसके बाद रेवती ‘मृदु व तिङ्र्यंमुख’ संज्ञक नक्षत्र है। उत्तरा भाद्रपद व रेवती नक्षत्रों में यदि समय व तिथ्यादि शुभ हो तो समस्त शुभ व मांगलिक कार्य, वास्तु, यात्रा, प्रवेश तथा अन्य उत्सवादि शुभ होते हैं। पर अभी समय व तिथि दोनों ही शुभ व शुद्ध नहीं है।
योग: ऐन्द्र नामक नैसर्गिक अशुभ योग रात्रि ३.०५ तक, इसके बाद वैधृति नामक अत्यंत दुद्र्धर्ष व बाधा कारक योग है। वैधृति योग की समस्त घटियां शुभ कार्यों में त्याज्य हैं। गंडमूल: रेवती गंडमूल नक्षत्रों की संज्ञा में है। अत: रेवती नक्षत्र में जन्मे जातकों की २७ दिन बाद जब रेवती नक्षत्र आए उस दिन गंडमूल शांति करा लेना हितकर रहेगा। करण: वणिज नामकरण प्रात: ९.१२ तक, इसके बाद रात्रि ८.५५ तक भद्रा है। तदुपरान्त शकुनि आदि स्थिर संज्ञक करण है।
शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज अति आवश्यकता में उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में संक्रान्ति दिन दोषयुक्त गृहारम्भ का अशुद्ध मुहूर्त है।

श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज प्रात: ७.४३ से ९.१८ तक शुभ तथा दोपहर १२.२७ से सायं ५.११ तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं एवं दोपहर १२.०२ से १२.५२ तक अभिजित नामक श्रेष्ठ मुहूर्त है, जो आवश्यक शुभकार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं।
व्रतोत्सव: आज वैशाख संक्रान्ति, मीन मलमास समाप्त, डॉ. अम्बेडकर जयंती, मेष संक्रान्ति (उड़ीसा), वैशाखी (पंजाब), विशु (केरल), मास शिवरात्रि , पंचक तथा शब्बे मिराज (मु.), संक्रांति पुण्यकाल दिन २.३७ तक है। चन्द्रमा: चन्द्रमा संपूर्ण दिवारात्रि मीन राशि में है।
ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: सूर्यदेव आज प्रात: ८.१३ पर अश्विनी नक्षत्र व मेष राशि में प्रवेश करेंगे। संक्रान्ति ४५ मुहूर्ता है। दिशाशूल: शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज उत्तर दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। राहुकाल: प्रात: ९.०० से १०.३० बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।
आज जन्म लेने वाले बच्चे
आज जन्म लेने वाले बच्चों के नाम (थ, झ, ञ, दे, दो) आदि अक्षरों पर रखे जा सकते हैं। इनकी जन्म राशि मीन है तथा इनका जन्म लोहपाद से हुआ है। सामान्यत: ये धनी, विद्यावान, कीर्तिवान, साहसी, सुकार्य, गरीबों व साधु-संतों की सवा वाले, सुन्दर शत्रुजित, धर्मात्मा और पराक्रमी होते हैं। इनका भाग्योदय २७ या ३१वें वर्ष में होता है। मीन राशि वाले जातकों को परीक्षादि में सफलता मिलेगी। अपने लक्ष्य की प्राप्ति में मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा।

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