विवाह पंचमी के इस अवसर पर विभिन्न सीता-राम के मंदिरों में विशाल आयोजन किए जाते हैं। इस दिन राम भक्त जप, तप, यज्ञ और अनुष्ठान करते हैं। वहीं घरों और मंदिरों में श्री रामचरितमानस का पाठ भी किया जाता है।
मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी तिथि प्रारंभ – 27 नवंबर 2022, शाम 4 बजकर 25 मिनट पर मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी तिथि समापन – 28 नवंबर 2022, दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर
विवाह पंचमी के दिन तीन शुभ योग सर्वार्थ सिद्धि, वृद्धि और रवि योग का संयोग बन रहा है। मान्यता है कि इन योग में कोई भी शुभ कार्य की शुरुआत करने से उसमें अवश्य सफलता प्राप्त होती है। इसके साथ ही सुख-सौभाग्य में वृद्धि पाने के लिए इन योग में कुछ विशेष उपाय शुभ फलदायी होते हैं।
सर्वार्थ सिद्धि योग – 28 नवंबर 2022, सुबह 10. 29 – 29 नवंबर 2022, सुबह 6.25
रवि योग – सुबह 10.29 – 29 नवंबर 2022, सुबह 6.25— 29 नवंबर 2022
विवाह पंचमी के विशेष उपाय (Vivah panchami Upay)
मान्यता के अनुसार मार्गशीर्ष की पंचमी तिथि को ही तुलसीदास जी ने रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पूर्ण की थी। वहीं त्रेतायुग में इसी दिन से भगवान राम और माता सीता का गृहस्थ जीवन शुरू हुआ था। इस दिन राम-सीता की पूजा के बाद घर में रामचरितमानस का पाठ करना बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता के अनुसार इस दिन रामचरितमानस का पाठ करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और सुख-शांति आती है।