धर्म

बसंत पंचमी पर क्यों पहने जाते हैं पीले वस्त्र?

बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की विशेष पूजा की जाती है।

भोपालJan 24, 2020 / 06:30 pm

Devendra Kashyap

30 जनवरी को देश भर में बसंत पंचमी का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाएगा। मान्यता है कि इसी दिन माता सरस्वती का जन्म हुआ था। इसलिए बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता की विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। बसंत पंचमी को श्री पंचमी और ज्ञान पंचमी के नाम से भी जाना जाता है।

दरअसल, भारत में पूरे साल को 6 ऋतूओं में बांटा गया है, इनमें वसंत ऋतु, ग्रीष्म ऋतु, वर्षा ऋतु, शरद ऋतु, हेमंत ऋतु और शिशिर ऋतु शामिल है। इनमें वसंत को सभी ऋतुओं का राजा भी कहा जाता है।

बसंत पंचमी के दिन क्यों पहने जाते हैं पीले वस्त्र?

दरअसल, पीला रंग हिंदु धर्म में शुभ रंग माना जाता है। इसके अलावा पीला रंग माता सरस्वती का प्रिय रंग है। साथ ही पीला रंग शुद्ध और सात्विक प्रवृत्ति का प्रतीक भी है। यह सादगी और निर्मलता को भी दर्शाता है। इसलिए मां सरस्वती की पूजा-अर्चना के वक्त लोग पीले रंग के कपड़े पहनते हैं।

इसके अलावा मां सरस्वती की पूजन के दौरान पीले रंग के चावल, पीले लड्डू और केसर की खीर का भी उपयोग किया जाता है। अर्थात इस दिन हर तरफ पीला रंग ही दिखाई देता है। दरअसल, वसंत ऋतु में सरसों की फसल पर फूल आ जाती है, जिसकी वजह से धरती भी पीली नजर आती है।
कब है बसंत पंचमी

पंचमी तिथि प्रारम्भ: 29 जनवरी को सुबह 10.45 बजे से

पंचमी तिथि समाप्त: 30 जनवरी को दोपहर 01:19 बजे तक

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