रिजल्ट जारी करने के बाद शिक्षा मंत्री ने बताया कि 1973 में पहली बार बोर्ड की ओर से आयोजित परीक्षा के बाद इस साल पास प्रतिशत सबसे ज्यादा रहा। उन्होंने आगे बताया कि सबसे कम पास प्रतिशत वर्ष 2001 में रहा था जब महज 21 प्रतिशत स्टूडेंट्स ही बोर्ड परीक्षा में पास हुए थे। पिछले कुछ सालों में पास प्रतिशत में लगातार सुधार हो रहा है। मंत्री ने कहा कि रिजल्ट काफी उत्साहजनक है। मैं सभी हितधारकों को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने इसे संभव बनाया।
BOSEM के अध्यक्ष किरणकुमार सिंह ने बताया कि बोर्ड को भी इतने अधिक पास प्रतिशत की भी उम्मीद नहीं थी। हम इस बात से काफी आशंकित थे कि इस बार पास प्रतिशत में गिरावट आ सकती है क्योंकि परीक्षा के दौरान सतर्कता में काफी सख्ती बरती गई थी। उन्होंने आगे बताया कि हमने न केवल निजी परीक्षा केंद्रों को रद्द किया, बल्कि वीडियो निगरानी के तहत अंकों का मूल्यांकन भी किया गया।
इस साल कुल 37 हजार 138 स्टूडेंट्स परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से 8 को अनुचित साधनों का उपयोग करने के कारण निष्कासित कर दिया गया और 45 को दूसरों की जगह परीक्षा देने की कोशिश के चलते इग्जाम केंद्रों में नहीं जाने दिया गया। इस साल लडक़ों ने बाजी मारते हुए लड़कियों को पीछे छोड़ दिया। लडक़ों का पास प्रतिशत जहां 75.68 रहा, वहीं लड़कियों का पास प्रतिशत 73.72 रहा।
Manipur HSLC Result 2019 : ऐसे करें चेक
-आधिकारिक वेबसाइट manresults.nic.in पर लॉग इन करें
-HSLC examination result लिंक पर क्लिक करें
-अपना रोल नंबर एंटर करें
-सबमिट बटन दबाएं, स्क्रीन पर डिस्पले हो जाएगा रिजल्ट