गर्भवती किशोरी की शिकायत पर बलात्कार के मामले में नामजद 12 साल के बच्चे की मेडिकल रिपोर्ट से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं।
रीवा। गर्भवती किशोरी की शिकायत पर बलात्कार के मामले में नामजद 12 साल के बच्चे की मेडिकल रिपोर्ट से पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं। जिसमें उसके पिता बनने की क्षमता को नकार दिया गया है। दिनभर की पड़ताल के बाद पुलिस ने बालक को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। अब इस मामले में पुलिस पीडि़त किशोरी के नए सिरे से बयान दर्ज करेगी।
मामला सोहागी थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव का है। यहां की 16 वर्षीय किशोरी ने गत 11 नवंबर को महिला थाने आकर रेप की शिकायत दर्ज कराई थी। बताया गया है कि वह छह माह की गर्भवती है। महिला थाना प्रभारी ने जांच बाद प्रकरण दर्ज कराने की सलाह दी तो किशोरी जिद पर अड़ गई। इस पर महिला थाना में जीरो पर मुकदमा दर्ज कर सोहागी थाने फाइल भेज दी गई।
पिता नहीं बन सकता… बच्चा
बलात्कार जैसे संगीन आरोप से घिरे बच्चे का सोमवार को पुलिस ने मेडिकल कराया। मेडिकल रिपोर्ट के बारे में डाक्टरों ने विस्तार से तो कुछ नहीं बताया लेकिन उनका कहना था कि 12 साल का बच्चा ना तो रेप करने की शक्ति रखता है और ना ही पिता बन सकता है।
ऐसा इस बालक के मामले में भी है। इससे पुलिस के हाथ-पांव फूल गए हैं। उधर पीडि़ता अभी भी अपने बयान पर कायम रहते हुए आरोपों के कटघरे में बालक को ही घसीट रही है। ऐसे में पुलिस पीडि़ता का डीएनए परीक्षण करवा सकती है।
यह कहानी बताई
पीडि़त किशोरी ने पुलिस को बताया कि उक्त बालक और वह एक ही गांव के हैं और उनका एक दूसरे के घर आना-जाना था। उसका दावा है कि सात माह पहले वह बालक के घर गई थी और वहीं खाना खाया फिर सो गई। सुबह जब जगी तो बच्चा बगल में लेटा हुआ था। उसके बाद किशोरी गर्भवती हो गई। फलस्वरूप पीडि़ता उक्त बच्चे पर बलात्कार का आरोप लगा रही है। हालांकि सोहागी व महिला थाने में उसने जो बयान दिए है उसमें काफी विरोधाभास है।
परिजन बात करने को तैयार नहीं
बच्चे को लेकर पुलिस भारी पशोपेश में है। उसे थाने लाया गया था और पूरे घटनाक्रम पर पूछताछ की गई। लेकिन वह कुछ भी नहीं बता पाया। इसके बाद मेडिकल कराकर परिजनों के हवाले कर दिया। उधर इस पूरे मामले से परिजन काफी डरे हुए हैं और किसी तरह की बात करने को तैयार नहीं है।