99 हजार में महज 83 हजार किसान
जिले में जय किसान ऋणमाफी योजना के तहत ९९ हजार से अधिक किसानों के हरा, सफेद और गुलामी रंग के आवेदन जमा कराए गए हैं। इस बीच जिले की कई समितियों पर ऋण की फर्जी लिस्ट को मामला सामने आया। कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने जांच कमेटी बनाकर जांच कराई। अमान्य आवेदनों को पोर्टल पर दर्ज नहीं किया गया। कृषि विभाग की ओर से जिला प्रशासन को जानकारी भेजी गई है। जिसमें 15 हजार से अधिक किसानों का आवेदन रद्द कर दिया गया है। इस तरत के आवेदनों के नाम मुख्यमंत्री किसान ऋणमाफी योजना के पोर्टल से भी हटा दिया गया है।
जिले में जय किसान ऋणमाफी योजना के तहत ९९ हजार से अधिक किसानों के हरा, सफेद और गुलामी रंग के आवेदन जमा कराए गए हैं। इस बीच जिले की कई समितियों पर ऋण की फर्जी लिस्ट को मामला सामने आया। कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने जांच कमेटी बनाकर जांच कराई। अमान्य आवेदनों को पोर्टल पर दर्ज नहीं किया गया। कृषि विभाग की ओर से जिला प्रशासन को जानकारी भेजी गई है। जिसमें 15 हजार से अधिक किसानों का आवेदन रद्द कर दिया गया है। इस तरत के आवेदनों के नाम मुख्यमंत्री किसान ऋणमाफी योजना के पोर्टल से भी हटा दिया गया है।
20 जनवरी को पोर्टल बंद
पोर्टल 20 फरवरी की स्थिति में 84357 किसानों ऋणमाफी योजना का लाभ मिलेगा। डीडीए एसके माहौर ने बताया कि अप्रैल से 31 मार्च तक रेगुलर ऋण जमा करने वाले किसानों ताम्रपत्र दिया जाएगा। उदाहरण के तौर पर बैंक से ऋण लेने के बाद कर्ज की किस्त जमा करने के दौरान किस्त टूट गई हो। जमा करने के बाद भी उनका पैसा वापस कर उन्हें ताम्रपत्र दिया जाएगा। इसके अलावा सभी किसानों को कर्ज मुक्त का प्रमाण-पत्र वितरण किया जा रहा है।
भोपाल से रीवा पहुंचे ताम्रपत्र
रेगुलर ऋण जमा करने वाले किसानों को सरकार ताम्रपत्र देने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को ताम्रपत्र भोपाल से रीवा पहुंचे हैं। जिपं की कृषि स्थायी समिति की बैठक के दौरान डीडीए ने सदस्यों को जानकारी दी है। इस दौरान कृषि अधिकारियों ने बताया कि जिले में रेगुलर ऋण जमा करने वाले किसानों बांटने के लिए प्रारंभिक चरण में सात हजार ताम्रपत्र आ गए हैं।
फैक्ट फाइल
हरा 18472
सफेद 53637
गुलाबी-1 7700
गुलाबी-2 4548
——————
कुल 84357
पोर्टल 20 फरवरी की स्थिति में 84357 किसानों ऋणमाफी योजना का लाभ मिलेगा। डीडीए एसके माहौर ने बताया कि अप्रैल से 31 मार्च तक रेगुलर ऋण जमा करने वाले किसानों ताम्रपत्र दिया जाएगा। उदाहरण के तौर पर बैंक से ऋण लेने के बाद कर्ज की किस्त जमा करने के दौरान किस्त टूट गई हो। जमा करने के बाद भी उनका पैसा वापस कर उन्हें ताम्रपत्र दिया जाएगा। इसके अलावा सभी किसानों को कर्ज मुक्त का प्रमाण-पत्र वितरण किया जा रहा है।
भोपाल से रीवा पहुंचे ताम्रपत्र
रेगुलर ऋण जमा करने वाले किसानों को सरकार ताम्रपत्र देने का निर्णय लिया है। शुक्रवार को ताम्रपत्र भोपाल से रीवा पहुंचे हैं। जिपं की कृषि स्थायी समिति की बैठक के दौरान डीडीए ने सदस्यों को जानकारी दी है। इस दौरान कृषि अधिकारियों ने बताया कि जिले में रेगुलर ऋण जमा करने वाले किसानों बांटने के लिए प्रारंभिक चरण में सात हजार ताम्रपत्र आ गए हैं।
फैक्ट फाइल
हरा 18472
सफेद 53637
गुलाबी-1 7700
गुलाबी-2 4548
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कुल 84357