जिला अस्पताल बिछिया में आयोजित शिविर के दौरान नोबल मल्टी स्पेशलिटी से आए डॉ प्रशांत श्रीवास्तव और डॉ. एचके पांडेय ने बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण किया। शिविर में मऊगंज के शिवेन्द्र एक वर्षीय बेटे अरमान को लेकर पहुंचे। चेकअप के दौरान जन्मजात ह्दयरोगी के रूप में चिह्नित किया गया। डॉक्टरों ने बताया कि गर्भवती महिलाओं में फॉलोसएसिड आयरन जैसी विटामिन और रुबैला टीकाकरण आदि की कमी के कारण ज्यादातर बच्चों में इस तरह की बीमारी हो जाती है। इसी तरह शिविर के दौरान तीन साल के आयुष तिवारी, अरून मिश्र, अजय साकेत सहित 20 बच्चों में हृदयरोगी के रूप में चिह्नित किया गया है। जिसमें चार बच्चों को सर्जरी के लिए चिह्नित किया है।
शिविर के दौरान कुल 82 बच्चों का पंजीयन किया गया। जिसमें 56 बच्चों में ह्दयरोग के लक्ष्ण पाए गए। डीइआइसी के जिला प्रबंधक विष्णु प्रताप सिंह ने बताया कि शिविर में बच्चों का परीक्षण किया गया। चिकित्सकों ने बताया कि शिविर में पचीस फीसदी बच्चे ह्दयरोग के चिह्नत किए गए हैं जिनमें जन्मजात बीमारी के लक्ष्ण पाए गए हैं। इस तरह की बीमारी बच्चों में, गर्भवती महिलाओं में फॉलोएसिड आयरन आदि जैसी कमियों के कारण हो जाती है।
शिविर के दौरान सीएमएचओ डॉ. आरएस पांडेय ने निरीक्षण किया। इस दौरान पुष्पेन्द्र शुक्ल, वीपी सिंह, उपेन्द्र शुक्ला, डॉ. ललन सिंह, अनुमिश्रा, मीना पांडेय, दुर्गा मिश्र, सियाराम सिंह आदि ने सहयोग किया।
जिला अस्पताल में आयोजित शिविर के दौरान डॉक्टरों की टीम ने चार बच्चों के कटे, फटे होठ और तालु की सर्जरी के लिए चिंह्नित किया है। जिन्हें डॉक्टरों ने लाहोटी अस्पताल भोपाल के लिए रेफर कर दिया है। कटे, फटे होठ और तालु के लिए चिंह्नित किए गए चारों बच्चों को डॉक्टरों की टीम अपने साथ ले गई।