शहर में लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले बदमाशों को पकडऩे के लिए एसपी आबिद खान के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक शिवेन्द्र सिंह के मार्गदर्शन में शहर की पुलिस तलाश में जुटी थी। सिविल लाइन पुलिस ने शनिवार को संदिग्ध अवस्था में घूमते दो नाबालिकों को पकड़ा था। वाहन चेकिंग में उक्त नाबालिक नीले रंग की स्कूटी से आए थे और पुलिस को देखकर गाड़ी घुमाकर भागने लगे। उसी दौरान पुलिस ने उनको धर लिया। उनसे सख्ती से पूछताछ हुई तो शहर में लूट की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह का पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने दो अन्य युवकों को हिरासत में ले लिया। नाबालिक गिरोह बनाकर शहर में तफरी करते थे और महिलाओं को पैदल जाते देख उनसे पर्स, मोबाइल छीन लेते थे। इस गिरोह ने सात घटनाओं को अंजाम दिया था जिनका माल भी पुलिस ने बरामद कर लिया है।
आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने नगद रुपए, मोबाइल, सोने के लाकेट, चोरी गई बाइक व वारदात में प्रयुक्त गाड़ी बरामद की है। यह गिरोह मोहल्लों में घूमकर ऐसी महिलाओं को टारगेट करता था जिनके बैग में काफी माल होने की संभावना होती थी। वे महिलाओं को धक्का देकर गिरा देते थे और पर्स छीनकर भाग जाते थे। उक्त बदमाशों को आगे की पूछताछ के लिए पुलिस ने न्यायालय से रिमांड में ले लिया है। उनसे पूछताछ में कई अन्य घटनाओं का खुलासा होने की संभावना पुलिस जता रही है।
पकड़े गए बदमाशों में बीरु उर्फ जितेन्द्र सोंधिया पिता रामू (३०) निवासी पाण्डेन टोला, आजाद पिता अजमुद्दीन (२४) निवासी बिछिया सहित दो नाबालिग शामिल है। उक्त आरोपियों को पकडऩे में टीआई सिविल लाइन राजकुमार मिश्रा, टीआई कोतवाली ओंकार तिवारी, थाना प्रभारी समान शिवपूजन मिश्रा, एसआई राजेन्द्र चौबे, दीपक तिवारी, गौरव नेमा, रामनरेश तिवारी, आरक्षक राजीव द्विवेदी, आरक्षक जितेन्द्र सेन, आरक्षक पवन पाठक, सैनिक पारसनाथ तिवारी का योगदान रहा।