उ.प्र. के प्रयागराज जिले के घूरपुर में रहने वाले करीब तीन सैकड़ा लोगों ने यह यात्रा दो दिन पहले चार बजे शुरू की थी रविवार की शाम ये सभी लोग रीवा पहुंचे है। इनमें करीब तीन सैकड़ा लोग है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस यात्रा में महिलाएं और बच्चे भी शामिल है। बुजुर्ग भी माता रानी के दर्शनों की इच्छा लेकर पैदल कदम से कदम बढ़ा रहे है। प्रतिदिन ये पचास किमी की यात्रा तय करते है।
यात्रा में छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल है जिनके लिए कुछ भोजन सामग्री इनके पास मौजूद है जबकि इन्य लोग व्रत रखकर यात्रा कर रहे है। पैरों में घाव हो गए है और शरीर थक रहा है लेकिन कदम माता के दर्शनों के लिए बढ़ रहे है। करीब दो सौ किमी यात्रा करके श्रद्धालु मंगलवार की रात तक मैहर माता रानी के धाम पहुंचेंगे जहां उनका आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। रास्ते के लिए सिर्फ पीने का पानी है और व्रत में खाने के लिए कुछ फल मौजूद है।
श्रद्धालुओंं की यह यात्रा बीस साल पहले शुरू हुई थी। घूरपुर के राम केशरवानी ने यह यात्रा शुरू की थी। आरंभ में तो कुछ लोग ही इस यात्रा में शामिल होते थे लेकिन उसके बाद कारवां बढता गया और अब यह कारवां तीन सौ लोगों तक पहुंच गया है। हर साल दोनों नवरात्रि में ये श्रद्धालु पैदल माता रानी के दर्शन के लिए जाते है। यह कारवां लगातार बढ़ता जा रहा है।