पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने मीडिया को बताया कि अपहरण की सूचना मिलते ही अपहरणकर्ताओं को दबोचने के लिए रणनीत बनाई गई। अलग-अलग कई पुलिस टीम गठित की गई। साथ ही साइबर सेल की भी मदद ली गई। इसके चलते अपहृत व्यवसायी को बरामद करने में सफलता मिली। साइबर सेल टीम की मदद से अपहरणकर्ताओं की लोकेशन का लगातार पता चलता रहा जिससे उनकी घेरेबंदी में मदद मिली। उन्होंने बताया कि गुरुवार की सुबह करीब छह बजे जंगल में स्थित एक गौशाला में आरोपी, अपहृत व्यवसायी के साथ पकड़े गए। पुलिस अपहृत व्यवसायी को मुक्त कराने के साथ अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल उनसे पूछताछ जारी है। उनका क्राइम रिकार्ड खंगाला जा रहा है।
घटना के संबंध में बताया जाता है कि जवा निवासी शुभम कोल की उसी इलाके में खाद-बीज की दुकान है। कुछ बदमाशों ने बुधवार को शुभम का अपहरण कर लिया। कुछ देर बाद उन्होंने व्यवसायी की मां को फोन क आठ लाख रुपये फिरौती मांगी। साथ ही धमकी दी कि अगर पुलिस को सूचना दी तो अंजाम बुरे होंगे। व्यवसायी को जान से मार दिया जाएगा। बदमाशों की धमकी को नजरंदाज करते हुए परिवार के लोगों ने इसकी सूचना जवा थाने को दी। व्यवसायी के अपहरण और फिरौती की मांग को लेकर पुलिस तत्काल सक्रिय हुई। थाना प्रभारी ने तत्काल ये सूचना एसडीओपी समरजीत सिंह और एसपी नवनीत भसीन को दी। इसके बाद देर रात एसपी नवनीत भसीन, एडिशनल एसपी शिवकुमार वर्मा संग खुद तराई के जंगल में पहुंचे और रात भर की मशक्कत के बाद गुरुवार को तड़के आरोपियों की घेरेबंदी कर उन्हें दबोच लिया। व्यापारी की मुक्ति के बाद घर वालों ने भी राहत की सांस ली है।