राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान की ओर से पुस्तक खरीदने के लिए प्रत्येक हाइ स्कूल को 10 हजार रुपए एवं हायर सेकंडरी को 15 हजार रुपए का बजट उपलब्ध कराया गया है।
भोपाल से निर्देश मिलने के बाद रीवा संभाग के सभी जिलों में इसकी तैयारी शुरू हो गई है। संयुक्त संचालक लोक शिक्षण अंजनी त्रिपाठी ने सभी जिला शिक्षा अधिकारी एवं प्राचार्यों को इससे संबंधित आदेश जारी कर दिए हैं। प्राचार्यों को निर्धारित मापदण्ड में पुस्तकालय के लिए व्यवस्था बनाने को कहा गया है।
इन पुस्तकों का होगा संग्रह
– गांधीयन रिसर्च फाउंडेशन
– नेशनल बुक ट्रस्ट
– चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट
– मध्य प्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी
ऐसी व्यवस्था बनाने के हैं निर्देश
– प्रत्येक विद्यालय में अलग से पुस्तकालय कक्ष होगा
– एक शिक्षक को शैक्षणिक कार्य से मुक्त कर पुस्तकालय में अटैच करना होगा
– स्कूल खुलते समय प्रार्थना के बाद प्रमुख समाचार का वाचन करना होगा
– जहां अतिरिक्त कक्ष की व्यवस्था नहीं है वहां उतने ही कक्ष में व्यवस्था बनानी होगी।
– पुस्तकालय में अध्ययन के लिए समय – सारणी में निश्चित समय निर्धारित होगा।
अभी यह है स्थिति
स्कूलों में पुस्तकालय की व्यवस्था बनाने के लिए पहले भी प्रयास हुए हैं लेकिन एक – दो स्कूलों को छोड़ दिया जाए तो किसी भी स्कूल में पुस्तकालय है ही नहीं। न तो वहां पत्र – पत्रिकाएं मंगाई जाती है। छात्र – छात्राओं को कोर्स से संबंधित ही पुस्तकें मिलती हैं और वे उसी का अध्ययन करते हैं। पुस्तकालय की स्थापना में कुछ स्थानों पर तो कोई समस्या नहीं होगी लेकिन कुछ स्कूलों में जगह की कमी की वजह से दिक्कत हो सकती है।