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रेवांचल सुपरफॉस्ट में 330 पैकेट लगेज की बुकिंग, मौके पर मिला 360 पैकेट

locationरीवाPublished: Nov 23, 2019 01:10:45 am

Submitted by:

Balmukund Dwivedi

रेलवे वाणिज्य विभाग की कार्रवाई : लीज धारक पर ठोकी पेनाल्टी, पार्सल, ऑफिस सहित अन्य जगह तलाशे अभिलेख

Action of Railway Commerce Department

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रीवा. आर्थिक तंगी से जूझ रहे रेलवे स्टेशन में लगेज की बुकिंग का ग्राफ तेजी से गिरा है। यह देख वाणिज्यिक विभाग के सहायक वित्त सलाहकार शाहिद हुसैन के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम ने शुक्रवार की सुबह रेलवे स्टेशन में दबिश दी है। सुबह वाणिज्यिक विभाग के अधिकारियों के छापे की खबर जैसे ही लगी आनन-फानन में अधिकारी पहुंच गए। सबसे पहले टीम ने रेवांचल सुपरफॉस्ट में लीज का जो लगेज बुक किया था उसको चेक किया। इसमें ३३० पैकेट बुक थे लेकिन कोच में ३६० पैकेट मिले। इस तरह नानबुक माल रेलवे से परिवहन होता मिला है। इसपर लीज धारक को जुर्माना लगाया गया है। वाणिज्यिक विभाग की टीम ने इसके अतिरिक्त रेवांचल सुपरफॉस्ट में ट्रेनों की सफाई की स्थिति भी देखी। वहीं प्लेटफार्म में स्थित सफाई कंपनी के कर्मचारियों एवं उनके द्वारा उपलब्ध संसाधनों देखा। साथ ही आरक्षण केन्द्र का भी निरीक्षण किया है। इसके अतिरिक्त स्टेशन में यात्रियों की सुविधा को लेकर रेलवे द्वारा किए जा खर्च के अभिलेख तलाशते रहे। पूरे दिन अभिलेखों का सत्यापन करने के बाद टीम शाम को वापस लौट गई है। यह टीम अपना प्रतिवेदन सीनियर डीसीएम और डीआरएम को सौंपेंगी इसके बाद इस पर कार्रवाई की जाएगी। इस तरह की गई छापे की कार्रवाई के हड़कंप मचा रहा है।
नहीं मिला फसर््ट-एड बाक्स
प्लेटफार्म व टे्रनों की साफ-सफाई के लिए काम कर रही अरुण इंटरप्राइजेज का निरीक्षण किया है। निरीक्षण में तीन कर्मचारी कम मिले। इस पर कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि वह कुछ कारणों से अनुपस्थित है। इसके निरीक्षण के दौरान फसर््ट-एड बाक्स जैसी सुविधा नहीं मिली। इसके स्थान में एक डिब्बे में कुछ दवाइयां व पट्टी मिली। इस पर टीम ने कड़ी आपत्ति जताई है।
पार्सल ऑफिस में मिली गड़बड़ी
बताया जा रहा है कि निरीक्षण के दौरान पार्सल ऑफिस में गड़बड़ी मिली है। अधिक लगेज को कम करके बुक किया गया है। टीम इस संबंध में जांच के दौरान मिले अभिलेख के आधार पर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसके अतिरिक्त रेलवे स्टेशन में पदस्थ कर्मचारियों एवं उनके कामों की जानकारी भी ली गई है। इससे पीछे उद्देश्य था कि पदस्थ कर्मचारियों को काम है कि नहीं है। दरअसल आर्थिक तंगी से जूझ रहे रेलवे कर्मचारियों पर सबसे अधिक खर्च हो रहा है।
2 प्रतिशत कम हुई लगेज बुकिंग
रेलवे में पिछले आठ महीने से लगातार लगेज बुकिंग कम हो रही है। वहीं खर्चे में कोई कटौती नहीं है। स्थिति यह है कि पिछले वर्ष की तुलना में २ प्रतिशत लगेज की बुकिंग घटी है। जबकि १४ प्रतिशत अधिक का लक्ष्य था। लॉगेज का गिरता अनुपात देखकर इसके कारणों का पता लगाने के लिए यह टीम भेजी गई है।
सफाई अच्छी, लेकिन खर्च के अनुसार कम
रेलवे स्टेशन एवं प्लेटफार्म में सफाई की व्यवस्था तो ठीक मिली, लेकिन ट्रेनों की सफाई व्यवस्था ठीक नहीं मिली। जबकि सफाई निजी हाथों में सौंपने के बाद तीन कोच के लिए एक व्यक्ति रखने के हिसाब से पैसा दे रहे है। इसमें दो घंटे में टायॅलेट की सफाई एवं तीन बार पूरे प्लेटफार्म व परिसर की सफाई करना है। यहां तक कि प्लेटफार्म पर जानवर दिखाई देने सफाईकर्मी से पैसा वसूलना है लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
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