शहर के कटरा मोहल्ले में अवैध सोनोग्राफी सेंटर संचालित होने की सूचना कलेक्टर तक पहुंची थी। यहां पर भू्रण परीक्षण किए जाने की जानकारी मिलने पर कलेक्टर ने अधिकारियों को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। जिसके चलते हुजूर एसडीएम फरहीन खान सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस की टीम ने घेराबंदी की और भू्रण परीक्षण करते गिरफ्तार करने की तैयारी थी। जिसकी वजह से सीधे छापामारी करने के बजाय इंतजार किया गया। जिसकी वजह से अवैध सोनोग्राफी सेंटर के संचालक को भनक लग गई और वह भाग गया। कुछ महीने पहले भी शहर के खुटेही मोहल्ले में अग्रवाल नर्सिंग होम में छापेमारी कर प्रशासन ने सोनोग्राफी मशीन जब्त किया था। जिसके बाद कोर्ट में प्रशासन की ओर से परिवाद भी दायर किया गया है। पकड़े गए आरोपी डॉक्टर के विरुद्ध कई मुकदमें भी दर्ज किए गए हैं।
लंबे समय से कटरा मोहल्ले में भ्रूण का परीक्षण किए जाने का कारोबार चल रहा था। सूचना मिलने पर पहले तस्दीक कराई गई और तय किया गया कि सबूतों के साथ पकड़ा जाएगा। इसके लिए महिला पुलिसकर्मी मरीज बनकर पहुंची थीं। आराधना सिंह एवं विभा नाम की दो महिला पुलिस कर्मियों ने सोनोग्राफी सेंटर के कर्मचारियों से संपर्क किया। जिन्हें शनिवार को जांच के लिए बुलाया गया था। पहले दोनों महिलाएं पहुंची तो उन्हें क्लीनिक में भीतर कर लिया गया और मोबाइल भी रखने के लिए कहा गया। जांच शुरू होते ही वह बाहर मौजूद टीम को सूचित करना चाह रहीं थी। इसी बीच संचालक को भनक लग गई और मशीन लेकर भाग गया। बताया जा रहा है कि आधुनिक मशीन थी, जिसे फोल्डकर छोटा किया जा सकता है। जब तक बाहर मौजूद पुलिस की टीम पहुंची और भीतर देखा, तो पता चला कि उनके पहुंचने से पहले ही संचालक और एक अन्य मशीन लेकर भाग गए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की शिनाख्त की जा रही है।
अवैध क्लीनिक के भीतर सोनोग्राफी मशीन रखी गई थी और वहां पर भू्रण का परीक्षण होता था। इसके बाहर क्लीनिक या चिकित्सक का कोई नाम भी नहीं लिखा था। इस वजह से प्रशासन अब तक यह पुष्टि नहीं कर पाया है कि उक्त क्लीनिक का संचालक कौन है। सुखेन्द्र वर्मा नाम के व्यक्ति को इसका सरगना बताया जा रहा है। कुछ लोगों से वह अपना परिचय डॉ. सुखेन्द्र चौधरी भी बताता रहा है। उसके साथ किरण नाम की महिला भी रहती है। इसके दलाल शहर के अलग-अलग हिस्सों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी सक्रिय बताए गए हैं, आरोपी की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा कि गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं।
जांच में प्रथम दृष्टया यह जानकारी सामने आई है कि कटरा मोहल्ले में चल रहे इस अवैध सोनोग्राफी सेंटर से शहर के कई प्रमुख नर्सिंगहोम भी जुड़े हुए हैं। जहां पर आने वाली गर्भवती महिलाओं से भ्रूण परीक्षण कराने के लिए पेशकश की जाती है और रुपए लेकर अवैध जांच सेंटर पर भेजा जाता है। इस आशंका पर भी जांच की जा रही है।
सोनोग्राफी की मशीन लेकर संचालक और कुछ अन्य लोग भाग गए लेकिन वहां पर मौजूद तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में नीरज सिंह मऊगंज, अर्चना सिंह पाण्डेन टोला एवं पूजा पटेल इंदिरा नगर शामिल हैं। इनसे गिरोह के अन्य लोगों के बारे में पूछताछ की जा रही है। पुलिस का दावा है कि कई जगह दबिश दी गई है, जल्द ही दूसरे आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
वर्जन
कटरा मोहल्ले में अवैध सोनोग्राफी सेंटर संचालित होने की सूचना मिली थी। गोपनीय तरीके से महिला पुलिसकर्मियों को मरीज बनाकर भेजा गया था। संचालक मशीन लेकर फरार हो गया है, जिसकी तलाश चल रही है। मौके से तीन को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
फरहीन खान, एसडीएम हुजूर