इसके लिए पूर्व में कई बार कर्मचारी आंदोलन भी कर चुके हैं। अब एक बार फिर से कर्मचारियों ने कहा है कि समस्याओं पर ध्यान दिया जाए, अन्यथा फिर से आंदोलन की राह पर जाना पड़ सकता है।
विश्वविद्यालय के कर्मचारी संगठन अपाक्स की ओर से ज्ञापन कुलसचिव को सौंपा गया। जिसमें कहा गया है कि एक जनवरी 2016 से मार्च 2018 तक का पांचवे वेतनमान का एरियर्स नहीं दिया गया है। जबकि शासन के उसी निर्देश के चलते नगरीय निकायों के कर्मचारियों को भुगतान हो चुका है। लेकिन विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को अब तक नहीं मिला है।
इसके लिए आंदोलन भी करना पड़ा था। विश्वविद्यालय के खाली पदों को भरने की भी मांग की गई है। कर्मचारियों की रुकी हुई वेतनवृद्धि बहाल करने की मांग, पूर्व में की गई अनुकंपा नियुक्तियों और कर्मचारियों के नियमितीकरण में आई शिकायतों की जांच कराने की मांग की गई है।
ज्ञापन सौंपने वालों में विश्वविद्यालय अपाक्स कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रामसुजान साकेत, संयोजक लालमणि साकेत, शिवराज प्रजापति, रामकुशल काछी, महेश वर्मा सहित अन्य कई कर्मचारियों का प्रतिनिधि मंडल मौजूद रहा। इस दौरान कर्मचारियों को विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बृजेश सिंह ने आश्वासन दिया है कि वेतनमान के एरियर्स का मामला शासन स्तर पर लंबित है, इसलिए वहां से निर्देश आने के बाद विश्वविद्यालय की ओर से कोई विलंब नहीं किया जाएगा, तत्काल भुगतान की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी