यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि वीक्षक डॉ. मोहन लाल तिवारी ने २४ अप्रेल को ४० कांपियां एक जैसी होने का आरोप लगाकर कुलसचिव से शिकायत किया था। उन्होंने संबंधित कांपियों को मूल्यांकन करने से इंकार कर दिया था। जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ा। विश्वविद्यालय प्रबंधन के लिए मुश्किल खड़ी हो गई।
बीए प्रथम वर्ष का है प्रश्न पत्र
जिन उत्तर पुस्तिकाओं पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं वह बीए प्रथम वर्ष इकोनॉमिक्स द्वितीय प्रश्न पत्र की हैं। बताया जा रहा है कि यह शहर के एक परीक्षा केन्द्र की कांपियां हैं। ग्रामीण क्षेत्र की एक निजी कॉलेज का सेंटर शहर की एक निजी कॉलेज को बनाया गया था। आशंका जताई जा रही है कि उसी केन्द्र की यह कांपियों हो सकती है। अब जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा की यह किस केन्द्र की कांपियां है।