वर्ष 2013 में 3.82 किलोमीटर लंबी सड़क को जर्जर होने के बाद इसका मजबूतीकरण योजना में पुर्न डामरीकारण किया जाना है। बताया जा रहा है कि यह काम चुनाव आचार संहिता के पहले स्वीकृत हो गया था, लेकिन ठेकेदार ने काम प्रांरभ नहीं किया। विभागीय अधिकारियों के शिंकजा कसने पर ठेकेदार ने बारिश में सड़क का काम प्रांरभ किया है। ठेकदार ने डामरीकरण के पहले सड़कों के गड्ढे व पैंच तक नहीं भरे।
बिना पैच भरे ही सीधे डामरीकरण कर रहा है। स्थित यह है कि वह मिट्टी के स्तर पर डामर की गिट्टी बिछा रहा है जो बारिश में बह जाएगी। जबकि नियमत: सड़क में पहले गड्ढों को भरा जाना है लेकिन ठेकेदार सड़क का मनमानी रुप से डामरीकरण कर रहा है। मौके पर लोक निर्माण विभाग का कोई अधिकारी उपस्थित नहीं रहता। जससे सड़क बनने के साथ ही उखड़ जाएगी।
नहीं हो रही मॉनीटरिंग
बरसात में ठेकेदार सड़क पर पैचिंग का काम कर रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा उपरोक्त कार्य की मॉनीटिरंग विभाग के अधिकारियों द्वारा नहीं की जा रही है। जिसका फायदा ठेकेदार उठा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार ठेकेदार इस कार्य में लीपापोती कर राशि डकारने की फिराक में है। यही कारण है कि बरसात शुरू होने पर सड़क का डामरीकरण कराया जा रहा हैै।
बरसात में ठेकेदार सड़क पर पैचिंग का काम कर रहा है, लेकिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा उपरोक्त कार्य की मॉनीटिरंग विभाग के अधिकारियों द्वारा नहीं की जा रही है। जिसका फायदा ठेकेदार उठा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार ठेकेदार इस कार्य में लीपापोती कर राशि डकारने की फिराक में है। यही कारण है कि बरसात शुरू होने पर सड़क का डामरीकरण कराया जा रहा हैै।