इस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री लखन घनघोरिया, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पीयूषरंजन अग्रवाल, कांग्रेस नेता राजेन्द्र शर्मा सहित अन्य शामिल होंगे। पहले दिन 22 फरवरी को दोपहर 12 बजे से मानस भवन में पत्र पत्रिकाओं की प्रदर्शनी के साथ पद्मश्री बाबूलाल दाहिया सहित विन्ध्य के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान करने वाले 20 शख्सियतों को सम्मानित किया जाएगा।
इसी क्रम में कई पुस्तकों का विमोचन भी होगा। दूसरे सत्र में दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक बघेली कवि सम्मेलन और तीसरे सत्र में 6 बजे से 10 बजे रात्रि तक बघेलखण्ड की लोक कलाओं का प्रदर्शन होगा। जिसमें बघेलखण्ड की अहिरहाई, कोलदहका, ढिमरहाई, वसुदेवा गीत, आल्हा गीत के साथ इन्द्रावती नाट्य संस्था सीधी द्वारा बर्वरीक नाटक एवं मण्डप आर्ट रीवा के कलाकारों द्वारा बघेली लोकनाटकों की प्रस्तुति होगी।
कार्यक्रम के दूसरे दिन २३ फरवरी को दोपहर 12 बजे से बौद्धिक संगोष्ठी में ‘सूचना क्रांति में लोक भाषाओं की उपादेयताÓ पर चर्चा की जाएगी। जिसमें पद्मश्री बाबूलाल दाहिया सतना, सोमदत्त त्रिपाठी भोपाल, जयराम शुक्ला, डा.लहरी सिंह, डा.पूर्णेन्द्र सिंह शहडोल, डॉ.दिनेश कुशवाहा, सेवाराम त्रिपाठी, चन्द्रिका प्रसाद ‘चन्द्रÓ शामिल होंगे। विंध्य के कई उभरते कलाकारों की भी प्रस्तुतियां होंगी।
– कई प्रदेशों के कवि भी होंगे शामिल
कार्यक्रम में राष्ट्रीव कवि सम्मेलन भी आयोजित होगा, जिसमें राधाकान्त पाण्डेय दिल्ली, शिवकुमार अर्चन भोपाल, आलम सुल्तानपुरी कानपुर, साक्षी तिवारी प्रतापगढ़, अखिलेश द्विवेदी प्रयागराज, शिव किशोर खंजन बारावंकी, रामलखन सिंह महगना, आरती तिवारी, अमित शुक्ला सहित अन्य शामिल होंगे। बता दें कि इनदिनों प्रयागराज के कवि अखिलेश द्विवेदी सोशल मीडिया पर सुर्खियों में हैं।
– कई प्रदेशों के कवि भी होंगे शामिल
कार्यक्रम में राष्ट्रीव कवि सम्मेलन भी आयोजित होगा, जिसमें राधाकान्त पाण्डेय दिल्ली, शिवकुमार अर्चन भोपाल, आलम सुल्तानपुरी कानपुर, साक्षी तिवारी प्रतापगढ़, अखिलेश द्विवेदी प्रयागराज, शिव किशोर खंजन बारावंकी, रामलखन सिंह महगना, आरती तिवारी, अमित शुक्ला सहित अन्य शामिल होंगे। बता दें कि इनदिनों प्रयागराज के कवि अखिलेश द्विवेदी सोशल मीडिया पर सुर्खियों में हैं।