तीन लाख में मशीन लगाए
मई 2018 में तीन लाख रुपए में सेमी ऑटो मशीन ले आए। करीब डेढ़ साल तक अभिषेक स्वयं रातदिन मेहनत कर मशीन को आपरेट किया। पांच युवाओं को रोजगार दे दिया। जिसमें से एक को आपरेटर बना दिया।
मई 2018 में तीन लाख रुपए में सेमी ऑटो मशीन ले आए। करीब डेढ़ साल तक अभिषेक स्वयं रातदिन मेहनत कर मशीन को आपरेट किया। पांच युवाओं को रोजगार दे दिया। जिसमें से एक को आपरेटर बना दिया।
सेंट्रल बैंक ने मुद्रा योजना के तहत 46 लाख रुपए का ऋण
अभिषेक के स्टार्टअप को मुद्रा योजना के तहत दो अलग-अलग बैंक से 46 लाख रुपए का ऋण लेकर कारोबार को आगे बढ़ाया। अभिषेक बैंक की मदद से कारोबार को बढ़ा किया। और वर्तमान समय में करोड़ों की इंडस्ट्री खड़ी कर दी है। एक करोड़ से अधिक का टर्नओवर है। अभिषेक नौकरी छोडऩे के बाद तीन साल के भीतर करीब 30 लोगों को रोजगार दिया है।
बाजार की डिमांड पूरी करने रातदिन मेहनत
अभिषेक युवा उद्यमी बन गए और एक मशीन से बढ़ाकर तीन मशीन लगा दिया है। दो साल के भीतर बाजार की डिमांड पूरी करने के लिए रातदिन एक करना पड़ रहा है। अभिषेषक तारबाड़ी, जाली आदि की मैन्युफैक्चरिंग का काम कर रहे। गर्वमेंट समेत खेत सहित अन्य की बाउंड्री बनाने के लिए चैन फेंस तैयार कर रहे हैं।
अभिषेक के स्टार्टअप को मुद्रा योजना के तहत दो अलग-अलग बैंक से 46 लाख रुपए का ऋण लेकर कारोबार को आगे बढ़ाया। अभिषेक बैंक की मदद से कारोबार को बढ़ा किया। और वर्तमान समय में करोड़ों की इंडस्ट्री खड़ी कर दी है। एक करोड़ से अधिक का टर्नओवर है। अभिषेक नौकरी छोडऩे के बाद तीन साल के भीतर करीब 30 लोगों को रोजगार दिया है।
बाजार की डिमांड पूरी करने रातदिन मेहनत
अभिषेक युवा उद्यमी बन गए और एक मशीन से बढ़ाकर तीन मशीन लगा दिया है। दो साल के भीतर बाजार की डिमांड पूरी करने के लिए रातदिन एक करना पड़ रहा है। अभिषेषक तारबाड़ी, जाली आदि की मैन्युफैक्चरिंग का काम कर रहे। गर्वमेंट समेत खेत सहित अन्य की बाउंड्री बनाने के लिए चैन फेंस तैयार कर रहे हैं।
अभिषेक का युवाओं को संदेश
हर युवा को अपने भविष्य लिए सोचना होगा। इसके लिए बाहर जाकर नौकरी करने से अच्छा अपना स्वयं का कारोबार हैं। कारोबार छोटा हो या बढ़ा, मेहनत करना होगा। जिससे अपना और आने वाली पीढ़ी को बेहतर प्लेटफार्म मिल सके।
हर युवा को अपने भविष्य लिए सोचना होगा। इसके लिए बाहर जाकर नौकरी करने से अच्छा अपना स्वयं का कारोबार हैं। कारोबार छोटा हो या बढ़ा, मेहनत करना होगा। जिससे अपना और आने वाली पीढ़ी को बेहतर प्लेटफार्म मिल सके।