महिला वर्ग में सीट आवंटित
छात्र ने बताया कि उसे नहीं पता था कि कॉलेज में भी ऐसी दिक्कतें होंगी। उसने बताया कि प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद जब उसे सीट आवंटित की गई तो महिला वर्ग में कर दी गई। जब वह दस्तावेज लेकर प्रवेश लेने गया तो वहां मौजूद प्राध्यापकों ने देखा कि इसका पुरुष वर्ग में नाम नहीं हैं। जांच परख करने में महिला वर्ग में नाम मिला, जिसके बाद प्रवेश रोक दिया गया। प्राध्यापकों ने कहा, पहले दस्तावेज सुधरवाओ इसके बाद प्रवेश मिलेगा।
छात्र ने बताया कि उसे नहीं पता था कि कॉलेज में भी ऐसी दिक्कतें होंगी। उसने बताया कि प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के बाद जब उसे सीट आवंटित की गई तो महिला वर्ग में कर दी गई। जब वह दस्तावेज लेकर प्रवेश लेने गया तो वहां मौजूद प्राध्यापकों ने देखा कि इसका पुरुष वर्ग में नाम नहीं हैं। जांच परख करने में महिला वर्ग में नाम मिला, जिसके बाद प्रवेश रोक दिया गया। प्राध्यापकों ने कहा, पहले दस्तावेज सुधरवाओ इसके बाद प्रवेश मिलेगा।
छात्रों का नहीं जारी हुआ परीक्षा परिणाम
बोर्ड परीक्षा में शामिल कई छात्रों के रिजल्ट अभी भी जारी नहीं हो पाए हैं। जिसकी वजह से छात्र-छात्राएं परेशान हैं। इसके लिए बोर्ड कार्यालय रीवा से भोपाल तक का चक्कर लगा रहे हैं। इसी तरह का एक मामला हनुमना ब्लॉक का है। शाहपुर के छात्र ने रिजल्ट के लिए बोर्ड कार्यालय में आवेदन किया है। बताया जा रहा है कि अन्य बोर्ड के छात्र बोर्ड बदलने पर दस्तावेज शामिल करने में चूक कर देते हैं। इसमें छात्र या फिर उनके स्कूल की लापरवाही होती है। जिसकी वजह से रिजल्ट रोक लिए जाते हैं।
बोर्ड परीक्षा में शामिल कई छात्रों के रिजल्ट अभी भी जारी नहीं हो पाए हैं। जिसकी वजह से छात्र-छात्राएं परेशान हैं। इसके लिए बोर्ड कार्यालय रीवा से भोपाल तक का चक्कर लगा रहे हैं। इसी तरह का एक मामला हनुमना ब्लॉक का है। शाहपुर के छात्र ने रिजल्ट के लिए बोर्ड कार्यालय में आवेदन किया है। बताया जा रहा है कि अन्य बोर्ड के छात्र बोर्ड बदलने पर दस्तावेज शामिल करने में चूक कर देते हैं। इसमें छात्र या फिर उनके स्कूल की लापरवाही होती है। जिसकी वजह से रिजल्ट रोक लिए जाते हैं।