रीवा में बीहर नदी के किनारे बसे लोगों ने प्रशासन का प्रस्ताव ठुकराया, कहा मुआवजा मिलने के बाद ही छोड़ेंगे भूमि
रीवाPublished: Dec 04, 2020 09:25:21 am
– घोघर, पचमठा के लोग अपनी मांगे लेकर विधायक राजेन्द्र शुक्ला के घर पहुंचे- भूखंड और मकान के प्रस्ताव को ठुकराया, कहा मुआवजे का हो भुगतान
Beehar riverfront project rewa, panchmatha rewa
रीवा। शहर में बीहर नदी के किनारे वर्षों से मकान बनाकर रह रहे लोगों ने स्थानीय विधायक राजेन्द्र शुक्ला के आवास पर पहुंचकर अपनी मांगें रखी। नदी के किनारे रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट का काम शुरू किया जा रहा है। जिसके चलते घोघर, पचमठा के लोगों को मकान खाली करने के लिए कहा गया है। एक दिन पहले ही मोहल्ले के कुछ लोगों को बुलाकर विधायक, कलेक्टर एवं अन्य अधिकारियों ने प्रोजेक्ट की जानकारी दी थी और कहा था कि नदी के ग्रीन जोन में जो भी निर्माण हैं उन्हें हटाया जाएगा। करीब आधा सैकड़ा से अधिक मकान नदी के किनारे बने हुए हैं। इस कारण पचमठा के पास रह रहे लोग विधायक के आवास पर सुबह पहुंचे। जहां पर विधायक की ओर से आश्वासन दिया गया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के मकान में शिफ्ट किया जाएगा और भूखंड चाहेंगे तो वह भी मुहैया कराया जाएगा। प्रशासनिक अधिकारियों ने इसमें कई तरह के नियमों का हवाला देकर कुछ पेंच बताए हैं इस कारण स्थानीय लोग इस शर्त को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। विधायक से लोगों ने कहा कि किसी प्रोजेक्ट के लिए शासन की जिस नीति के तहत मुआवजा दिया जाता है, उसी तरह उन्हें भी मुआवजा दिया जाए, इसके बाद ही वह भूमि खाली करेंगे। इस पर विधायक ने कहा है कि इस पर शासन स्तर पर बात कर उनकी मांगें पूरी कराने का प्रयास करेंगे। इस आश्वासन के चलते नदी के किनारे रह रहे लोग अपने घर चले गए हैं लेकिन कहा है कि यदि मनमानी तरीके से हटाने का प्रयास किया जाएगा तो इसका विरोध करेंगे।
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निगम ने इसी भूमि पर आवास की राशि भी स्वीकृत की है
जिस स्थान पर रह रहे लोगों को अतिक्रमण प्रशासन की ओर से बताया जा रहा है। उस स्थान पर नगर निगम ने प्रधानमंत्री आवास योजना के बीएलसी घटक की राशि भी स्वीकृत कर रखी है। इतना ही नहीं पूर्व में बने मकानों से संपत्तिकर भी नगर निगम वसूल रहा है। इस पर स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका मकान यदि अतिक्रमण में है तो नगर निगम उसे वैध समझकर टैक्स क्यों वसूल रहा है। इसलिए लोगों ने कहा है कि उन्हें मुआवजा मिलना चाहिए।
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भूमि खरीदकर मकान बनाए गए
विधायक के पास पहुंचे लोगों ने बताया कि उन्होंने कोई अतिक्रमण नहीं किया है। बल्कि प्रापर्टी डीलर से भूमि खरीदी है। अधिकांश लोगों ने कहा कि जब रजिस्ट्री हुई तो प्रशासन ने क्यों रोक नहीं लगाई। बताया गया है कि एक व्यक्ति ने मोटी रकम लेकर कुछ लोगों को कब्जा भी कराया था।
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कलेक्टर से भी मुआवजे की मांग के लिए ज्ञापन
रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट के नाम पर घोघर, पचमठा के लोगों को हटाने की तैयारी के बीच स्थानीय लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। आफताब आलम ने मांग उठाई है कि प्रयास यह किया जाए कि लोगों को उनके मकानों से वंचित नहीं होना पड़े। प्रोजेक्ट के लिए यदि आवश्यक है तो भूमि अर्जन पुनर्वास और पुनव्र्यावस्थापन में उचित प्रतिकर अधिनियम 2013 के प्रावधानों के अनुसार मुआवजा दिया जाए। जब तक मुआवजे का भुगतान नहीं किया जाता तब तक के लिए निर्माण कार्य रोकने की मांग उठाई है।
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पचमठा में 15 मीटर के दायरे में हम लोगों का मकान फंस रहा है। इस पर विधायक ने भवन या भूमि देने की बात कही है लेकिन हमने मुआवजा मांगा है, अपनी इच्छा के अनुसार बनाएंगे। यदि मकान बचा रह सकता है तो बेहतर ही होगा।
सईदा बानो, निवासी पचमठा
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रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट में आधा सैकड़ा लोगों के मकान फंस रहे हैं। वहीं पर आवास योजना की राशि भी मंजूर है। इसलिए विधायकजी के पास आए थे कि लोगों को मुआवजा दिलवाएं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस मांग पर शासन स्तर पर चर्चा कर विचार करेंगे।
आफताब आलम, घोघर