जिले के त्योथर एरिया में हरदुआ-चाकघाट मार्ग पर बड़े पैमाने पर खनिज का ओवरलोड परिवहन किया जा रहा है। व्यापारियों सहित क्षेत्रीय प्रतिनिधियों ने इसकी सूचना तहसील से लेकर जिला मुख्यालय पर अफसरों को दी। इसके बावजूद ओवरलोड परिवहन पर जिम्मेदार नकेल नहीं लगा रहे थे। नाराज व्यापारियों ने ग्रामीणों की मदद से चिल्ला बाजार में गिट्टी लेकर उत्तर प्रदेश जा रहे दर्जनभर से अधिक ओवरलोड वाहनों को रोक लिया। इसकी सूचना आला अफसरों दी तो उनके हाथ-पांच फूल गए। पड़ोस में ही रहने वाले राजस्व और पुलिस अधिकारी करीब दो घंटे तक नहीं पहुंचे। जबकि मौके पर नगर पंचायत चाकघाट के पूर्व अध्यक्ष अलख नारायण केशरवानी वाहनों को छुड़ाने के लिए लंबी दूरी तय कर पहुंच गया।
भाजपा नेता वाहनों को छुड़ाने पहले व्यापारियों और फिर कांग्रेस के स्थानीय कार्यकर्ताओं से मानमनौव्वल करता रहा। लेकिन, सभी ने एक स्वर से ओवरलोड का विरोध किया। इस दौरान व्यापारियों ने वाहन संचालकों और भापजा नेता से कहा, आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। इसका कौन जिम्मेदार होगा। भाजपा नेता ने कहा इस बार वाहन छोड़ दीजिए, अगली बार रास्ता बदल देंगे। इस पर व्यापारियों ने जवाब दिया कि पंद्रह साल तक ओवरलोड कारोबार करते रहे, आज रास्ता बदले की बात कर रहे हैं।
मान मनौव्वल के बाद बात नहीं बनी। जब अधिकारी कार्रवाई के लिए पहुंचे तो भाजपा नेता ने नाराज व्यापारियों को धमकाया और कहा कि एक-एक को देख लेंगे, पैसे देकर गाडिय़ां छुड़ा लूंगा। फिर देखते हैं कौन क्या करता है।
चिल्ला बाजार में खनिज से भरे पकड़े गए वाहनों के पास अफसरों से पहले भाजपा नेता सहित कई वाहन संचालक पहुंचे। बताया गया कि भाजना नेता के 50 से अधिक वाहन नारायणग्रुप के नाम से चलते हैं। सभी वाहन बनकुंइया से 50 टन से अधिक गिट्टी लेकर यूपी परिवहन कर रहे हैं। यह कहानी पंद्रह साल से चल रही है। बार-बार सूचना के बाद भी कार्रवाई नहीं की जाती है। ऐसा पहलीबार है जब व्यापारियों ने स्वयं सडक़ पर उतरे तो अफसर हरकत में आए।