किसान मोर्चा के पदाधिकारी पार्टी कार्यालय पर बैठक करने के बाद कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। एसडीएम हुजूर बलवीर रमन को ज्ञापन देकर कहा, सरकार के द्वारा कर्ज माफी के दायरे में आने वाले किसानों का आवेदन भराकर उनके आत्म सम्मान को चोट पहुंचा रही है। छत्तीसगढ़ की तर्क पर मध्य प्रदेश में भी २५०० रुप प्रति क्विंटल धान की तौल की जाए।
ग्रामीण क्षेत्र में 8 घंटे के बजाए किसानों को 12 घंटे बिजली दी जाए। पूर्व सरकार के द्वारा किसानों के लिए बजट में स्वीकृत की गई राशि को तत्काल वितरण किया जाए। हाल ही में कई जिले में ओला पाला से किसानों की फसले खराब हुई हैं। प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाया जाए। कांग्रेस अपने बचन पत्र के अनुसार दूध उत्पादन किसानों को तत्काल ५ रुपए प्रति लीटर बोनस दिया जाए।
किसानों को 2 लाख रुपए के ऋणमाफी का तत्काल प्रमाण पत्र दिया जाए। आदि मांगों को ज्ञापन देकर प्रदर्शन किया। इस दौरान मुख्यरूप दिनेश पाण्डेय, लक्ष्मीकांत शास्त्री, राजेन्द्र सिंह, शिवबहादुर सिंह, बृजमोहन पटेल, अशोक साकेत, अरविंद मिश्रा, सीएम मिश्रा, जेपी साहू, श्रीकृष्ण द्विवेदी, श्यामचरण शुक्ला आदि शामिल रहे।
किसान ग्राम सभा के बारे में कार्यकर्ताओं को दी जानकारी
भाजपा किसान मोर्चा की बैठक कार्यालय अटल कुंज में आयोजित की गई। जिसमें संगठन मंत्री जितेन्द्र लटोरिया, सांसद जर्नादन मिश्रा, अंबुज अवस्थी, अजय सिंह प्रवीण त्रिपाठी, लालमणि पाण्डेय, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष विनोद श्रीवास्तव, महामंत्री जयराम अग्निहोत्री, विजय कुमार पाण्डेय का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
इस दौरान संगठन मंत्री ने भाजपा द्वारा 16६ जनवरी से 16 फरवरी तक आयोजित किए जाने वाले किसान ग्राम सभा के बारे में कार्यकर्ताओं को विस्तार से जानकारी दी। कार्यकर्ताओं से कहा कि वे किसानों की समस्याओं को लेकर सक्रियता बरतें। जहां भी किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, उनको लाभ दिलाने के लिए आगे आएं। इस बैठक में किसानों के कई मुद्दों को उठाया गया।
सांसद ने गिनाई भाजपा सरकार की योजनाएं
सांसद जर्नादन मिश्रा ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों को कई योजनाएं दी जा रही हैं, लेकिन समय से उनका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसकी निगरानी कार्यकर्ताओं को कराना है। साथ ही प्रत्येक पंचायत में किसान ग्रामसभा का आयोजन कर किसानों की समस्याओं से रूबरू होना है।