जिले के मऊगंज विधानसभा क्षेत्र के गौरी सेवा सहकारी समिति पर बचत शाखा में क्षेत्रीय किसानों ने करीत तीन करोड़ रुपए जमा किया है। आश्वयकता पडऩे पर किसानों को भुगतान नहीं किया जा रहा है। किसानों ने इसकी शिकायत क्षेत्रीय विधायक से की। विधायक के प्रदर्शन के बाद भी किसानों का भुगतान नहीं हुआ।
अल्टीमेटम के एक सप्ताह बीतने के बाद भाजपा विधायक किसानों के साथ डीआर कार्यालय में पहुंचे। विधायक ने डीआर सहकारिता से जैसे ही किसानों की समस्या बताई तो डीआर ने यह कहते हुए किनारा काट लिया कि कार्यालय में आज ही ज्वाइन किया है। समितियों के भुगतान से हमारा कोई लेना देना नहीं। इस पर नाराज विधायक जेआर कार्यालय पहुंच गए। जैसे ही विधायक जेआर पीके सिद्धार्थ के कार्यालय में पहुंचे कि डीआर कुर्सी छोड़ कर भाग खड़े हुए।
आठ घंटे से जेआर कार्यालय में कार्रवाई के लिए अड़े विधायक
मऊगंज विधायक सेवा सहकारी बचत बैंक में जमा किसानों के पैसे के भुगतान को लेकर दोपहर एक बजे से देररात तक जेआर कार्यालय में आठ घंटे से अधिक समय बैठे रहे। जेआर ने कर्मचारियों को भेजकर किसानों के चेक तैयार कराने की प्रक्रिया चाूल कर दी है। देररात तक पहाड़ी सोसायटी पर किसानों के भुगतान की प्रक्रिया चालू रही। इधर, विधायक दो साल से फरार सहायक प्रबंधक सहित दोषी कर्मचारियों की गिरफ्तारी पर अड़े रहे। विधायक ने करीब एक सप्ताह पहले किसानों के भुगतान को लेकर मऊगंज में प्रदर्शन किया था। इसके बाद भी भुगतान नहीं हुआ।
विधायक जेआर कार्यालय पहुंचे तो पता चला कि गौरी का सहायक समिति प्रबंधक चंद्रिका प्रसाद मिश्र को दो साल ही बर्खास्त कर दिया गया है। इसके बाद भी बचत बैंक में लेनदेन करता रहा। कार्रवाई के बाद से लेकर अब तक दस्तावेज लेकर फरार है। विधायक का कहना है कि दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी कर दस्तावेज के आधार पर जिन किसानों के पैसे जमा है उन किसानों के चेक बनाए जाएं।
वर्जन…
एक सप्ताह पहले मऊगंज में किसानों की समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया था। इसके बाद भी किसानों को न्याय नहीं मिला। आज डीआर-जेआर के कार्यालय में आया हूं। किसानों का भुगतान और आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने तक कार्यालय में बैठा रहूंगा। जनता ने चुनकर भेजा है, जनता के लिए सबकुछ करूंगा। ये जनता का अधिकार है। गौरी का सहायक समिति प्रबंधक अप्रैल २०१७ से बर्खास्त है। इसके बाद भी बैंक में लेने-देन कर रहा है।
प्रदीप पटेल, विधायक, मऊगंज
विधायक किसानों के भुगतान के लिए कार्यालय आए हुए हैं। किसानों को भुगतान की कार्रवाई चालू कर दी गई है। संबंधित दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए संबंधित कर्मचारियों ने आवेदन दिया है।
पीके सिद्धार्थ, जेआर, सहकारिता