दलदल सड़क में लोगों ने लगाया था धान का रोपा
देवतालाब उप तहसील अन्तर्गत आने वाले ढनगन गांव में लोग सालों से जर्जर सड़क की मार झेल रहे है। चार किमी लोगों को कीचड़ से होकर जाना पड़ता है जिससे गुस्साए स्थानीय लोगों ने सड़क में धान का रोपा लगाकर आवागमन बाधित कर दिया था। पत्रिका द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया जिसको पुलिस ने संज्ञान में लिया है। सड़क में धान का रोपा लगाकर आवागमन बाधित करने वाले आधा दर्जन लोगों के खिलाफ धारा 341, 283, 427, 34 व 3 म.प्र. सम्पत्ति विरुपण निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। आरोपियों में शिवराज पटेल सहित अन्य लोग शामिल है।
देवतालाब उप तहसील अन्तर्गत आने वाले ढनगन गांव में लोग सालों से जर्जर सड़क की मार झेल रहे है। चार किमी लोगों को कीचड़ से होकर जाना पड़ता है जिससे गुस्साए स्थानीय लोगों ने सड़क में धान का रोपा लगाकर आवागमन बाधित कर दिया था। पत्रिका द्वारा इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया जिसको पुलिस ने संज्ञान में लिया है। सड़क में धान का रोपा लगाकर आवागमन बाधित करने वाले आधा दर्जन लोगों के खिलाफ धारा 341, 283, 427, 34 व 3 म.प्र. सम्पत्ति विरुपण निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है। आरोपियों में शिवराज पटेल सहित अन्य लोग शामिल है।
अभी तक सड़क में आवागमन नहीं हुआ बहाल
पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। इस कार्रवाई से अब स्थानीय लोगों में भी हड़कंप मचा है। हालांकि अभी तक सड़क से धान का रोपा नहीं हटवाया गया है जिससे आवागमन बहाल नहीं हो पाया है। थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी ने पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच में जिन लोगों के नाम सामने आयेंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है। इस कार्रवाई से अब स्थानीय लोगों में भी हड़कंप मचा है। हालांकि अभी तक सड़क से धान का रोपा नहीं हटवाया गया है जिससे आवागमन बहाल नहीं हो पाया है। थाना प्रभारी केपी त्रिपाठी ने पूरे मामले की जांच की जा रही है। जांच में जिन लोगों के नाम सामने आयेंगे उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जायेगी।
कई सालों से जर्जर सड़क से जूझ रहे लोगों में आक्रोश
ढनगन गांव में लोग सालों से जर्जर सड़क की मार झेल रहे है। उक्त गांव में आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है। निर्माण के नाम पर मिट्टी डाल दी गई है जिसकी वजह से बरसात के चार महीने तो वहां से पैदल निकलना मुश्किल हो जाता है। यदि किसी की तबियत खराब हेा जाये तो गांव तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकती है। यही कारण है कि सड़क की खस्ता हालत से स्थानीय लोगों में भी काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।
ढनगन गांव में लोग सालों से जर्जर सड़क की मार झेल रहे है। उक्त गांव में आज तक सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है। निर्माण के नाम पर मिट्टी डाल दी गई है जिसकी वजह से बरसात के चार महीने तो वहां से पैदल निकलना मुश्किल हो जाता है। यदि किसी की तबियत खराब हेा जाये तो गांव तक एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकती है। यही कारण है कि सड़क की खस्ता हालत से स्थानीय लोगों में भी काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है।