राज्य स्तरीय सम्मेलन के पहले दिन सीटू के राष्ट्रीय पदाधिकारी कामरेड काश्मीर ङ्क्षसह ने कहा, केन्द्र सरकार मजूदरों के लिए कारपोरेट के पक्ष में अपनी ताकत का दुरूपयोग कर रही है। मोदी सरकार 44 श्रम कानूनों पर अमल तो किया नहीं बल्कि उल्टे उसे चार श्रम कानून में बांध कर रखने का खेल, खेल रही है। प्रशासनिक स्तर पर फिक्स एम्पलायर्स का प्रावधान लाकर सरकारी विभागों और कारखानों सहित सभी संस्थानों में स्थाई रोजगार को समाप्त करने की साजिश रच रही है।
उन्होंने कहा कि श्रमिक एकत्रित होकर संघर्ष को तेज करना चाहते हैं, लेकिन सरकार के इशारे पर तमाम सांप्रदायिक और जातिवादी संगठन मजूदरों और कर्मचारियों के ताकत को तोड़ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि इन सब के खिलाफ 8 और 9 जनवरी को देश के बीस करोड़ मजूदर और कर्मचारी राष्ट्रव्यापी आंदोलन के लिए एकत्रित हो रहे हैं। सम्मेलन की अध्यक्षता आइएमए के जिला सचिव डॉ. आदित्य कुमार तिवारी ने की। कार्यक्रम में सचिव डॉ. विद्या प्रकाश तिवारी, कामरेड प्रमोद प्रधान, सीटू के रामविलास गोस्वामी, भरत श्रीवास्तव, वीरेश पांडेय, सौरभ मिश्र, नवीन गुप्ता, बृजेश ङ्क्षसह सेंगर आदि ने संबोधित किया।
शहर में निकाला जुलूस
राज्यभर से पधारे प्रतिनिधियों व रीवा इकाई के सदस्यों सहित विभिन्न मजदूर संगठनों ने शहर में विशाल जुलूस निकाला। जुलूस सभा स्थल से हॉस्पिटल चौराहा होते हुए सिरमौर चौराहा, कालेज चौरहा, शिल्पी प्लजा होते हुए कमिश्नरी कार्यालय के सामने समाप्त हुआ।
प्रस्तुत किया गया आय-व्यय का लेखा
सम्मेलन के दौरान राज्य सचिव कामरेड अनुराग सक्सेना ने आय-व्यय का द्विवार्षिक लेखा जोखा प्रस्तुत किया।