scriptElection 2018 : दस्यु व नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों पर शांतिपूर्ण चुनाव करवाना चुनौती | Challenge to conduct peaceful elections at Naxal-affected place | Patrika News

Election 2018 : दस्यु व नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों पर शांतिपूर्ण चुनाव करवाना चुनौती

locationरीवाPublished: Sep 30, 2018 07:19:19 pm

Submitted by:

Shivshankar pandey

रीवा व सतना में 451 मतदान केन्द्र डकैतों के चलते संवेदनशील, चुनाव के समय प्रत्याशियों के पक्ष में जारी करते हैं फरमान

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रीवा. आगामी विधानसभा चुनाव में पुलिस के लिए दस्यु और नक्सल प्रभावित मतदान केन्द्रों में चुनाव को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न करवाना कठिन चुनौती होगी। चुनाव को देखते पुलिस यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के लिए रणनीति तैयार कर रही है, ताकि लोग भयमुक्त माहौल में मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें।
पोलिंग बूथों पर डकैतों का खौफ
रीवा और सतना जिले के करीब दर्जनभर थाने दस्यु प्रभावित हैं, जिनके अन्तर्गत आने वाली पोलिंग बूथों पर डकैतों का खौफ है। यूपी सीमा से लगे इन थानों में दस्यु मूवमेंट अधिक रहता है और चुनाव के समय डकैत मतदाताओं को प्रभावित करने का प्रयास करते हैं। वे विशेष प्रत्याशी के पक्ष में फरमान तक जारी करते हंै। डकैतों की सक्रियता विधानसभा व पंचायतों के चुनावों में सबसे अधिक होती है। इन दस्यु प्रभावित थाना क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए विशेष सशस्त्र बल की टुकडिय़ां तैनात की जाएंगी। दोनों जिले में कुल 451 ऐसे मतदान केन्द्र हैं जिसमें डकैतों का प्रभाव है और इनको संवेदनशीलता की श्रेणी में रखा गया है।
कहां कितने मतदान केन्द्र
रीवा व सतना में करीब साढ़े चार सैकड़ा मतदान केन्द्र संवेदनशील हंै। इनमें सेमरिया, अतरैला, पनवार, डभौरा व जनेह थाना क्षेत्रों में कुल 303 मतदान केन्द्र हैं और सभी संवेदनशील हैं। इसके अलावा सतना जिले में दस्यु प्रभावित इलाकों में 148 मतदान केन्द्र संवदेनशील हैं। इनमें नयागांव में 15, मझगवां 31, धारकुंडी 12, सभापुर 30, बरौंधा 45 व सिंहपुर थाने में 15 मतदान केन्द्र संवेदनशील हैं।
बबली कोल व नवल धोबी गिरोह कर सकता है प्रभावित
विधानसभा चुनाव में दस्यु प्रभावित तराई में दो डकैत गिरोह चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें बबली कोल व नवल धोबी की गैंग शामिल है। बबली कोल रीवा व सतना में सबसे ज्यादा सक्रिय है। इसमें रीवा जिले के सेमरिया थाना अन्तर्गत कटाई जंगल से किसान का अपहरण का पांच लाख रुपए की फिरौती वसूल की थी। वहीं नवल धोबी के पकड़े जाने के बाद उसके गिरोह की कमान एक महिला के द्वारा संभालने की सूचना है जो यूपी-एमपी सीमा में आतंक का पर्याय बनी है। सतना पुलिस ने उस पर इनाम घोषित किया है।
सीधी व सिंगरौली में 97 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित
सीधी व सिंगरौली जिले के करीब १०० मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित है। इन इलाकों में नक्सलियों का प्रभाव है। ज्यादातर छत्तीसगढ़ व उड़ीसा प्रांत से नक्सली एमपी में प्रवेश कर जाते हैं जो सीमावर्ती गांवों को प्रभावित करते हैं। सीधी जिले में 12 व सिंगरौली जिले में 85 मतदान केन्द्र नक्सल प्रभावित हैं। सीधी के मझौली थाना मेंं 5, कुसमी में 4, भुईमाड़ में 3 थाने में शामिल हैं। इसके अलावा सिंगरौली जिले के चितरंगी थाने में 15, गढ़वा थाने में 22, बैढऩ थाने में 18, माड़ा में 17, लंघाडोल थाने में 13 मतदान केन्द्र शामिल हैं। हाल के कुछ वर्षों में नक्सली मूवमेंट सामने नहीं आई है लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग यहां सक्रियता बनाए हुए है।
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