पिता की बर्बर मारपीट का शिकार
पिता की बर्बर मारपीट से डरे सहमे दो बच्चे घर से भागकर थाने पहुंच गए। बच्चों को पुलिस ने सुरक्षार्थ थाने में बैठा लिया है। बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले दो बच्चे पिता की बर्बर मारपीट का शिकार हुए है। बच्चे अपने पिता के साथ आजाद नगर मोहल्ले में रहते है, जहां पिता ठेला लगाता है। पिता शराब का आदी है और अक्सर शराब पीकर घर आता है। महज 9 व 10 साल की उम्र के अपने दोनों बच्चों के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट करता है। जब भी बच्चे पिता की पिटाई का शिकार होते हैं तो वे आजाद नगर मोहल्ले में रहने वाले पड़ोसी के घर पहुंच जाते थे जो उनको भोजन देते थे। सोमवार को उन्हें दादी बैकुंठपुर स्थित अपने गांव ले गई थी जहां उनके साथ पिता ने मारपीट की। डरे सहमे बच्चे वहां से भागकर रीवा आ गए और आजाद नगर में रहने वाले पड़ोसियों को घटना की जानकारी दी, जिन्होंने डॉयल 100 पुलिस को सूचना दी। पुलिस बच्चों को थाने ले आई। पुलिस ने पिता की तलाश शुरू की तो वह फरार मिला। फिलहाल बच्चे पुलिस अभिरक्षा में है जिनको बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया। बाल कल्याण समिति के निर्णय पर उन्हें चाइल्ड केयर सेंटर में रखा गया है।
पिता की बर्बर मारपीट से डरे सहमे दो बच्चे घर से भागकर थाने पहुंच गए। बच्चों को पुलिस ने सुरक्षार्थ थाने में बैठा लिया है। बैकुंठपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले दो बच्चे पिता की बर्बर मारपीट का शिकार हुए है। बच्चे अपने पिता के साथ आजाद नगर मोहल्ले में रहते है, जहां पिता ठेला लगाता है। पिता शराब का आदी है और अक्सर शराब पीकर घर आता है। महज 9 व 10 साल की उम्र के अपने दोनों बच्चों के साथ बर्बरतापूर्वक मारपीट करता है। जब भी बच्चे पिता की पिटाई का शिकार होते हैं तो वे आजाद नगर मोहल्ले में रहने वाले पड़ोसी के घर पहुंच जाते थे जो उनको भोजन देते थे। सोमवार को उन्हें दादी बैकुंठपुर स्थित अपने गांव ले गई थी जहां उनके साथ पिता ने मारपीट की। डरे सहमे बच्चे वहां से भागकर रीवा आ गए और आजाद नगर में रहने वाले पड़ोसियों को घटना की जानकारी दी, जिन्होंने डॉयल 100 पुलिस को सूचना दी। पुलिस बच्चों को थाने ले आई। पुलिस ने पिता की तलाश शुरू की तो वह फरार मिला। फिलहाल बच्चे पुलिस अभिरक्षा में है जिनको बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया गया। बाल कल्याण समिति के निर्णय पर उन्हें चाइल्ड केयर सेंटर में रखा गया है।