बताया गया है कि हाल ही में नगर निगम आयुक्त ने एक आदेश जारी कर कई वार्ड दरोगाओं की अदला-बदली के साथ ही कुछ वार्डों में दो-दो दरोगा नियुक्त कर दिया है। इसको लेकर सफाई कर्मचारियों में नाराजगी है। आरोप लगाया है कि प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी की मनमानी के चलते गलत रिपोर्ट आयुक्त तक पहुंचाई जा रही है। कर्मचारी नेता बुद्ध सिंह, राजेश चतुर्वेदी के साथ ही कर्मचारी कांग्रेस के निगम इकाई के अध्यक्ष अबरार खान और सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अमर नाहर सहित अन्य सफाई कर्मचारियों ने कहा है कि आयुक्त की ओर से आश्वासन दिया गया है कि मांगों को तीन दिन के भीतर निराकृत कर दिया जाएगा।
– इन मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
मप्र कर्मचारी कांग्रेस के बैनर तले किए गए आंदोलन में सफाई कर्मचारियों की ओर से दस सूत्रीय मांगे रखी गई हैं। जिसमें सभी दरोगा को पूर्व की तरह एक-एक वार्ड में रखा जाए। चार महीने से जीपीएफ जमा नहीं हो रहा, सातवें वेतनमान की दूसरी किश्त नहीं मिली, सेवानिवृत्त कर्मचारियों का एरियर्स एवं समस्त भुगतान शीघ्र किया जाए। फायर स्टेशन में कर्मचारियों के रहने की व्यवस्था, वाहन चालकों को कुशल वेतनमान सहित अन्य मांगे रखी गई हैं।
– नई तैनाती को लेकर जताई नाराजगी
नगर निगम आयुक्त द्वारा सफाई दरोगा की नई पदस्थापना के आदेश जारी किए गए हैं। जिसमें कई वार्डों में दो-दो दरोगा तैनात कर दिए हैं। इस पर निगम प्रशासन का तर्क है कि रमजान का महीना चल रहा है मुस्लिम समाज ने मांग उठाई थी कि उनकी बस्तियों में सफाई के इंतजाम किए जाएं। बेहतर व्यवस्था के लिए यह निर्देश जारी किए गए थे।