इकाई के अंक तक सीमित रही छात्र संख्या
हायर सेकंडरी की बोर्ड परीक्षा में 70 प्रतिशत व इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए आयोजित काउंसिलिंग प्रक्रिया दूसरे दिन ही फ्लॉप होती नजर आ रही है। पहले दिन शुभारंभ के मौके पर सीएम के उद्बोधन के मद्देनजर अधिकारियों ने जैसे-तैसे छात्र जुटा लिए। लेकिन दूसरे दिन काउंसिलिंग के लिए केंद्रों पर पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या इकाई के अंक तक सीमित हो गई।
हायर सेकंडरी की बोर्ड परीक्षा में 70 प्रतिशत व इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए आयोजित काउंसिलिंग प्रक्रिया दूसरे दिन ही फ्लॉप होती नजर आ रही है। पहले दिन शुभारंभ के मौके पर सीएम के उद्बोधन के मद्देनजर अधिकारियों ने जैसे-तैसे छात्र जुटा लिए। लेकिन दूसरे दिन काउंसिलिंग के लिए केंद्रों पर पहुंचने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या इकाई के अंक तक सीमित हो गई।
शाम चार बजे तक बैठे रहे काउंसलर्स
शासन की ‘हम छू लेंगे आसमान’ योजना के तहत छात्र-छात्राओं की काउंसिलिंग के लिए काउंसलर की टीम निर्देशों के अनुरूप निर्धारित केंद्रों पर पहुंची जरूर। लेकिन काउंसिलिंग लेने छात्र नहीं पहुंचे। जबकि ज्यादातर केंद्रों पर छात्र-छात्राओं के इंतजार में सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक काउंसलर्स बैठे रहे। काउंसिलिंग के लिए छात्र-छात्राओं की इस अरुचि से न केवल काउंसलर बल्कि शिक्षा अधिकारी भी परेशान हैं।
शासन की ‘हम छू लेंगे आसमान’ योजना के तहत छात्र-छात्राओं की काउंसिलिंग के लिए काउंसलर की टीम निर्देशों के अनुरूप निर्धारित केंद्रों पर पहुंची जरूर। लेकिन काउंसिलिंग लेने छात्र नहीं पहुंचे। जबकि ज्यादातर केंद्रों पर छात्र-छात्राओं के इंतजार में सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक काउंसलर्स बैठे रहे। काउंसिलिंग के लिए छात्र-छात्राओं की इस अरुचि से न केवल काउंसलर बल्कि शिक्षा अधिकारी भी परेशान हैं।
भीषण गर्मी को माना जा रहा प्रमुख कारण
काउंसिलिंग में छात्र-छात्राओं की ओर से रुचि नहीं लेने का कारण वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी का नतीजा माना जा रहा है। दूसरी ओर कम छात्रसंख्या के पीछे एक कारण यह भी माना जा रहा है कि छात्र-छात्राएं परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद रिश्तेदारों के यहां बाहर चले गए होंगे। जिससे काउंसिलिंग में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। प्रचार-प्रसार की कमी भी एक कारण है।
काउंसिलिंग में छात्र-छात्राओं की ओर से रुचि नहीं लेने का कारण वर्तमान में पड़ रही भीषण गर्मी का नतीजा माना जा रहा है। दूसरी ओर कम छात्रसंख्या के पीछे एक कारण यह भी माना जा रहा है कि छात्र-छात्राएं परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद रिश्तेदारों के यहां बाहर चले गए होंगे। जिससे काउंसिलिंग में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। प्रचार-प्रसार की कमी भी एक कारण है।
छात्रों को 30 मई तक मिलेगी काउंसिलिंग
कॅरियर काउंसिलिंग योजना के तहत यह आयोजन 30 मई तक शहर में टीआरएस कॉलेज व शाउमा उत्कृष्ट विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक एक में की जाएगी। इसके अलावा छात्र विकासखंड मुख्यालयों में स्थित सभी उत्कृष्ट विद्यालयों में बनाए गए केंद्र से काउंसिलिंग ले सकेंगे। सभी केंद्रों में काउंसलर नियुक्त किए गए हैं। छात्रों को वहां करियर संबंधित जानकारी मिलेगी।
कॅरियर काउंसिलिंग योजना के तहत यह आयोजन 30 मई तक शहर में टीआरएस कॉलेज व शाउमा उत्कृष्ट विद्यालय मार्तण्ड क्रमांक एक में की जाएगी। इसके अलावा छात्र विकासखंड मुख्यालयों में स्थित सभी उत्कृष्ट विद्यालयों में बनाए गए केंद्र से काउंसिलिंग ले सकेंगे। सभी केंद्रों में काउंसलर नियुक्त किए गए हैं। छात्रों को वहां करियर संबंधित जानकारी मिलेगी।