कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि जिले में डेयरी व्यवसाय व मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए बैंकर्स सहयोग करें। उपरोक्त दोनों प्रकरणों के हितग्राहियों को ऋण उपलब्ध कराकर व्यवसाय स्थापन में सहभागी बनकर जिले के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण आजीविका मिशन अन्तर्गत गठित स्वसहायता समूहों को ऋण उपलब्ध कराकर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार किया जाए।
इस अवसर पर सांसद जनार्दन मिश्र ने वित्तीय समावेशन की दृष्टि से जिले में लगाए गए कैम्पों की बैंकवार जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मुद्रा लोन से लाभान्वित हितग्राहियों के विषय में भी पूछताछ की। इस दौरान कलेक्टर ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. सुरसरी प्रसाद मिश्र निवासी ग्राम माजन, खटखरी तहसील हनुमना की बेवा दिलराज कुमारी को एक वर्ष से सम्मान निधि पेंशन की राशि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा न दिये जाने पर े नाराजगी जताई। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि स्टेट बैंक द्वारा हीलाहवाली कर पेंशन प्रकरण को एक साल तक लटकाया गया जो किसी भी स्थिति में क्षम्य नहीं है। उन्होंने सांसद से अपेक्षा की कि स्टेट बैंक के विरूद्ध भारत सरकार के वित्त मंत्री को इस प्रकरण के संबंध में अवगत करायें।
कलेक्टर ने सम्मान निधि पेंशन के प्रकरण को दूसरे बैंक में भेजकर तत्काल स्वीकृत कराने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिये। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अर्पित वर्मा, अग्रणी जिला प्रबंधक रश्मेन्द्र सक्सेना, यूनियन बैंक के क्षेत्र प्रमुख भोला प्रसाद गुप्ता सहित बैंकर्स व अधिकारी उपस्थित थे।