इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि लापरवाह पटवारी हल्का खैरहन के पटवारी संतलाल निराला को बर्खास्त करने का प्रस्ताव तैयार करो। कलेक्टर ने पटवारी श्यामलाल कोल के खिलाफ विभागीय जांच बैठाई है। कलेक्टर तहसील मुख्यालय सिरमौर में राजस्व प्रकरणों की समीक्षा के दौरान कहा कि हर माह तहसील मुख्यालय में बैठकें होंगी तथा गत बैठक में जो लक्ष्य दिए जाएंगे, उन्हें पूरा करना आवश्यक होगा। साथ ही कार्य न करने पर संबंधित के विरूद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, सिरमौर तहसील में दस हजार तरमीम, शत-प्रतिशत इस्तलाबी, सीमांकन के 100 प्रकरणों का निराकरण करने के साथ ही 11 कुर्की कराएं। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई 20 प्रकरणों को एक माह में पूरा करें। कलेक्टर ने कहा कि 10 अतिमणकारियों के विरूद्ध सिविल जेल के प्रकरण बनाएं। प्रधानमंत्री किसान में 8 0 प्रतिशत लक्ष्य व भू-राजस्व की 33 प्रतिशत वसूली की कार्यवाही एक माह में पूरा करें। इस दौरान कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों के निराकरण करने तथा संतुष्टिकरण उत्तर भेजने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व संबंधी न्यायालयीन प्रकरण आरसीएमएस में दर्ज हों तथा उसमें फर्क मिलने पर कड़ी कार्रवाई होगी, सभी प्रकरण रीडर के अधिपत्य में रहने चाहिए।
टीएल प्रकरणों के लंबित रहने पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई। उन्होंने एसडीएम से अतितक्रमण हटाने के तहत होर्डिंग्स, फ्लैक्स, बैनर आदि हटाने की कार्रवाई के संबंध में पूछताछ की। कलेक्टर ने अच्छे कार्य के लिए पटवारी सुनील वर्मा को प्रशंसा पत्र दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अधिकारी मुख्यालय में रहें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बैठक में अपर कलेक्टर इला तिवारी, सहायक कलेक्टर शिशिर गेमावत, एसडीएम अंजलि द्विवेदी, डिप्टी कलेक्टर एके झा, शिवांगी अग्रवाल, एसएलआर सहित स्थानीय स्तर पर अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान कलेक्टर ने तहसील परिसर में स्थानीय लोगों की समस्याएं भी सुनी।