इस दौरान उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरणों में पटवारी की रिपोर्ट नहीं लगाने एवं गेंहू उपार्जन पंजीयन में सही गिरदावरी न करने पर तहसीलदारों को भी सीआर की चेतावनी दी है। कलेक्ट्रेट में कलेक्टर अविवादित नामांतरण, बटनवारा, सीमांकन, आरसीएमएस, सीएम हेल्पलाइन एवं राजस्व वसूली के प्रगति की गहन समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि राजस्व वसूली का जिले का लक्ष्य 17. 50 करोड़ का है जबकि अब तक मात्र 15 प्रतिशत ही वसूली हुई है। अभियान चलाकर वसूली करें। उन्होंने कहा कि इस वर्ष कुल 34 सीमांकन ही हुए हैं जबकि सीमांकन का लक्ष्य बहुत अधिक है। कलेक्टर ने कहा कि गेंहू उपार्जन के लिए किसानों का पंजीयन किया जा रहा है। गिरदावारी में अशुद्धता के कारण किसानों की खेती का कुछ भी पंजीयन किया जा रहा है।
कलेक्टर ने कहा कि एक किसान ने अपनी भूमि 50 हेक्टेयर का पंजीयन कराया जबकि उसकी वास्तविक रूप से भूमि केवल 4 हेक्टेयर ही भूमि थी। राजस्व अधिकारी इस ओर गंभीरता से ध्यान दें। कलेक्टर ने कहा कि बहुत अधिक संख्या में ऐसे राजस्व प्रकरण है जिनका पीठासीन अधिकारी एवं रीडर ने पहली तारीख ही नहीं दी। डायवर्सन माड्यूल में डाटा इन्ट्री की जाए।