प्रदेश के नौ कॉलेजों को इसके लिए चुना गया है। जिसमें कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा भी है।
प्रदेश के कई कॉलेजों से इंस्टीट््यूशनल डेवलपमेंट प्लान के तहत प्रस्ताव मांगे गए थे। प्रदेश के कई कॉलेजों ने प्लान तैयार कर उच्च शिक्षा विभाग को प्रस्तुत किया था। कन्या महाविद्यालय रीवा से भी प्लान तैयार कर प्रस्तुत किया गया था। कॉलेज प्रबंधन का प्लान उच्च शिक्षा विभाग एवं वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों को पसंद आया।
कॉलेज के निरीक्षण एवं व्यवस्था देखने के बाद प्लान को मंजूरी दे दी गई। इसके तहत कॉलेज को 10 करोड़ रुपए मिलेंगे। जिससे कक्षा एवं लैब अपग्रेड करने का कार्य किया जाएगा। ऐसे व्यवस्था बनाई जाएगी जिससे छात्राओं की प्रवेश संख्या बढ़ाई जा सके।
कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय जिले का एक मात्र कन्या महाविद्यालय है। छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा का प्रमुख आधार माना जाता है। ऐसे में वहां के विकास के लिए तेजी से कार्य करने की जरूरत है। महाविद्यालय प्रबंधन को जरूरत के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों के दौरान बजट नहीं मिल पाया था।
गोल्डन जुबली के दौरान 15 करोड़ रुपए मिले थे। उसके बाद से बड़ी राशि का इंतजार किया जा रहा था। अब वर्ल्ड बैंक से मदद मिलने के बाद कॉलेज प्रबंधन ने राहत की सांस ली है।
कॉलेज प्रबंधन के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा विभाग एवं वल्र्ड बैंक का अनुबंध है। उसी तहत कॉलेजों को यह राशि उपलब्ध कराई जा रही है। कॉलेज को अपग्रेड किया जाएगा। फर्नीचर बढ़ाए जाएंगे।
जिससे जीईआर एनरोलमेंट नंबर बढ़ाया जा सके। लैब अपग्रेड किए जाएंगे। सेट्रल रिसर्च की स्थापना की जाएगी। कार्य की निगरानी समय – समय पर उच्च शिक्षा विभाग एवं वर्ल्ड बैंक के लोग करेंगे।