… तो केंद्र परिवर्तित कर दिया जाए
विश्वविद्यालय के सूत्रों की माने एक ओर जहां जनता कॉलेज, शासकीय नवीन विज्ञान महाविद्यालय व शहीद केदारनाथ महाविद्यालय मऊगंज में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। वहीं दूसरी ओर मॉडल साइंस कॉलेज में कैमरा लगाने की अभी कवायद ही चल रही है। जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा के दौरान प्रत्येक कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश एक पखवाड़े से पहले ही जारी कर चुका है। कुलपति कॉलेजों की इस लापरवाही को गंभीरता से लिया है। उनका निर्देश है कि इन कॉलेज में एक से दो दिनों में कैमरे नहीं लग जाते हैं तो केंद्र परिवर्तित कर दिया जाए।
विश्वविद्यालय के सूत्रों की माने एक ओर जहां जनता कॉलेज, शासकीय नवीन विज्ञान महाविद्यालय व शहीद केदारनाथ महाविद्यालय मऊगंज में सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। वहीं दूसरी ओर मॉडल साइंस कॉलेज में कैमरा लगाने की अभी कवायद ही चल रही है। जबकि विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा के दौरान प्रत्येक कक्षाओं में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश एक पखवाड़े से पहले ही जारी कर चुका है। कुलपति कॉलेजों की इस लापरवाही को गंभीरता से लिया है। उनका निर्देश है कि इन कॉलेज में एक से दो दिनों में कैमरे नहीं लग जाते हैं तो केंद्र परिवर्तित कर दिया जाए।
कुलपति दल ने पकड़ा एक नकलची
इधर विश्वविद्यालय की परीक्षा में तीसरे दिन भी कुलपति प्रो. केएन सिंह यादव अपने दल के सदस्य प्रो. विजय अग्रवाल व प्रो. आरएन सिंह के साथ निरीक्षण में निकले। कुलपति का विशेष दल गुरुवार की परीक्षा में शारदा महाविद्यालय चिल्ला व टीडी महाविद्यालय चाकघाट पहुंचा। दल ने टीडी कॉलेज में बीकॉम के एक छात्र को परीक्षा के दौरान नकल सामग्री के साथ पकड़ा।केंद्रों पर कुलपति सीसीटीवी कैमरों के साथ अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
इधर विश्वविद्यालय की परीक्षा में तीसरे दिन भी कुलपति प्रो. केएन सिंह यादव अपने दल के सदस्य प्रो. विजय अग्रवाल व प्रो. आरएन सिंह के साथ निरीक्षण में निकले। कुलपति का विशेष दल गुरुवार की परीक्षा में शारदा महाविद्यालय चिल्ला व टीडी महाविद्यालय चाकघाट पहुंचा। दल ने टीडी कॉलेज में बीकॉम के एक छात्र को परीक्षा के दौरान नकल सामग्री के साथ पकड़ा।केंद्रों पर कुलपति सीसीटीवी कैमरों के साथ अन्य व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया।
संस्कृत महाविद्यालय में प्रमाणपत्र वितरण
प्रतियोगिताएं छात्र-छात्राओं के शारीरिक व मानसिक विकास का माध्यम हैं। शैक्षणिक संस्थाओं में समय-समय पर इनका आयोजन जरूरी है। उक्त विचार संस्कृत महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अनिल पांडेय ने व्यक्त किया।अध्यक्ष संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित सरस्वती पूजन व प्रमाणपत्र वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई भी दी। महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक डॉ. बुद्धिमान प्रसाद द्विवेदी व डॉ. हरीश कुमार द्विवेदी के निर्देशन में आयोजित समारोह में उन छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथि के माध्यम से प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया गया, जो पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल रहीं।इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वाल्मिकी प्रसाद मिश्रा, प्रो. कल्पना तिवारी, प्रो. अनिरुद्ध कुमार पांडेय, छात्रसंघ अध्यक्ष कु. उमला द्विवेदी सहित अन्य प्राध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।
प्रतियोगिताएं छात्र-छात्राओं के शारीरिक व मानसिक विकास का माध्यम हैं। शैक्षणिक संस्थाओं में समय-समय पर इनका आयोजन जरूरी है। उक्त विचार संस्कृत महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष अनिल पांडेय ने व्यक्त किया।अध्यक्ष संस्कृत महाविद्यालय में आयोजित सरस्वती पूजन व प्रमाणपत्र वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बधाई भी दी। महाविद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक डॉ. बुद्धिमान प्रसाद द्विवेदी व डॉ. हरीश कुमार द्विवेदी के निर्देशन में आयोजित समारोह में उन छात्र-छात्राओं को मुख्य अतिथि के माध्यम से प्रमाणपत्र उपलब्ध कराया गया, जो पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल रहीं।इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. वाल्मिकी प्रसाद मिश्रा, प्रो. कल्पना तिवारी, प्रो. अनिरुद्ध कुमार पांडेय, छात्रसंघ अध्यक्ष कु. उमला द्विवेदी सहित अन्य प्राध्यापक व छात्र-छात्राएं उपस्थित रहीं।