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विंध्य में कांग्रेस अपनों की साजिश या जनता की नाराजगी का हुई शिकार, इसका होगा परीक्षण

locationरीवाPublished: Mar 15, 2019 12:46:09 pm

Submitted by:

Mrigendra Singh

– कांग्रेस के कमजोर परफार्मेंस के चलते एआइसीसी ने भेजा आब्जर्वर- राष्ट्रीय सचिव सन्नी मलिक चुनावी तैयारियों के बीच कमियों की भी देंगे रिपोर्ट

रीवा। आजादी के बाद शुरू हुई लोकतांत्रिक व्यवस्था में विंध्य क्षेत्र में समाजवाद का प्रभाव सबसे अधिक रहा है। इसे कांग्रेस ने तोड़ा और समाजवादी आंदोलन की अगुआई कर रहे कई बड़े नेताओं को अपने साथ शामिल किया। पार्टी का जनाधार बढ़ा तो नेताओं में गुटबाजी भी चरम पर उभरी, एक-दूसरे को कमजोर करने की पूरी कोशिशें की गई।
हालात यहां तक पहुंच गए कि सूफड़ा साफ होने की नौबत आ गई है। बीते विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र के दिग्गज रहे सभी नेता एक साथ धरासाई हो गए। अब लोकसभा चुनाव जीतने का लक्ष्य तो है ही, साथ ही इस मजबूत गढ़ में पार्टी के पतन के कारण भी तलाशे जा रहे हैं।
बीते महीने राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश के उन सभी कमजोर क्षेत्रों पर संगठन मजबूत करने के निर्देश दिए हैं जहां पर विधानसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन रहा है। इसमें विंध्य को प्राथमिकता में रखा गया है। हरियाणा के नेता सन्नी मलिक को रीवा संभाग का पर्यवेक्षक एआइसीसी ने बनाया है और उनसे हर पहलू पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है।
एआइसीसी को जानकारी मिली है कि विंध्य में पार्टी प्रदेश के कुछ बड़े नेताओं की साजिश का शिकार हो गई है। क्षेत्र का सोशल मीडिया भी ऐसे ही गंभीर आरोपों से भरा हुआ है। कहा जा रहा है कि इस बार सवर्ण आंदोलन के साथ ही भाजपा सरकार को सबसे अधिक घेरा गया था, पार्टी में नई ऊर्जा आई थी, ऐसे में इतना कमजोर प्रदर्शन कार्यकर्ताओं के मन में सवाल उत्पन्न कर रहा है।
विंध्य के दो बड़े राजनीतिक घरानों के नेता अजय सिंह और सुंदरलाल तिवारी चुनाव हारने के बाद संगठन में उपेक्षित माने जा रहे थे। हाल ही में वरिष्ठ नेता सुंदरलाल के निधन से कार्यकर्ता सदमे में है, उनके बीच चर्चा है कि दिल्ली और भोपाल से कुछ नेताओं के फोन आए थे, तब से तिवारी आहत थे। अब उनके नहीं रहने की स्थिति में कार्यकर्ता भी क्षेत्र में पार्टी के कमजोर होने पर अपने ही दल के बड़े नेताओं पर सवाल उठा रहे हैं। संभागीय पर्यवेक्षक यह रिपोर्ट तैयार करेंगे कि अपनों की साजिश का शिकार पार्टी हुई या फिर जनता ने खुद दूरी बना ली है। खासतौर पर रीवा जैसे बड़े जिले में भाजपा को सभी आठ सीटों पर बड़ी जीत मिली है। इस कारण संगठन को फिर से पहले जैसा मजबूत बनाने की तैयारी की जा रही है।
पर्यवेक्षक से भी सवाल पूछेंगे कार्यकर्ता
पार्टी के पर्यवेक्षक सन्नी मलिक का इसी सप्ताह रीवा दौरा प्रस्तावित है, इसलिए कार्यकर्ता उनसे विंध्य क्षेत्र को संगठन द्वारा उपेक्षित किए जाने पर सवाल पूछने की तैयारी कर रहे हैं। हालांकि सूत्र बताते हैं कि वे कुछ दिन पहले भी क्षेत्र में पार्टी के कमजोर होने का कारण जानने आए थे बैठक नहीं हो सकी। इस बार भी पार्टी के बड़े नेता के निधन के चलते राजनीतिक चर्चाएं नहीं होंगी लेकिन कई कार्यकर्ताओं ने कहा है कि वह अपने मन की बात उनके सामने जरूर रखेंगे।
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