– स्नातकोत्तर-– अंग्रेजी में प्रतिष्ठा सिंह, प्रियंका पुष्कर, हिन्दी में शैलेश कुमार तिवारी, एमएसडब्ल्यू में माखन यादव, प्राचीन भारतीय इतिहास में प्रहलाद साकेत, सूर्यदीप पाण्डेय, राजनीति शास्त्र में निकिता सिंह, शिवानी शुक्ला, अनूप उपाध्याय, मीनू मिश्रा, विज्ञान संकाय ज्ञानदीप तिवारी, प्रियंका पाण्डेय, योगमाया मिश्रा, सना सिद्दीकी, आतिश कुमार मिश्रा, रोशनी सिंह राठौर, अमित सिंह, आशा मिश्रा, माधुरी मिश्रा, सविता माझी, दीपिका पटेल, विशाखा सिंह, वाणिज्य में सोनम माखीजा, शिवम वर्मा, प्रबंध में साक्षी गुप्ता, रश्मि पाण्डेय, शिवानी सिन्हा आदि।
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जल्दबाजी में कइयों को दूसरों की डिग्री वितरित करा दी
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लगातार दीक्षांत समारोह का रिहर्सल कराए जाने के बाद भी मुख्य आयोजन में लापरवाही सामने आई। राज्यपाल तक डिग्री पहुंचाने में क्रम टूटने की वजह से वितरण में कई छात्रों की डिग्रियां बदल गई। कुछ छात्रों ने मंच पर ही इसकी जानकारी दी तो राज्यपाल ने कहा बाद में बदल लेना। कार्यक्रम के समापन पर मंच से घोषणा भी की गई कि जिनका नाम बदला है वह मंच में आकर सही कराएं।
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1.13 घंटे चले दीक्षांत कार्यक्रम
दीक्षांत का कार्यक्रम अपने निर्धारित कार्यक्रम से 17 मिटन विलंब से प्रारंभ हुआ और दस मिनट पहले ही समाप्त हो गया। शोभा यात्रा के बाद ठीक 11 बजे कार्यक्रम प्रारंभ होना था। शोभा यात्रा 11.17 बजे पहुंची। सरस्वती वंदना, स्वागत के बाद के बाद 11.30 बजे से उपाधि और स्वर्ण पदक वितरण का कार्य प्रारंभ हुआ। दोपहर 12.09 बजे छात्रों को दीक्षांत की शपथ दिलाई गई। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने नौ मिनट का भाषण दिया। दोपहर 12.20 बजे उनका भाषण समाप्त होने के बाद राष्ट्रगान हुआ और कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की गई।
भोपाल के एएसपी दिनेश कौशल को डी-लिट की उपाधि
विश्वविद्यालय एक डीलिट की भी उपाधि प्रदान की है। यह भोपाल के एएसपी दिनेश कौशल को दी गई है। दिनेश इसके पहले रीवा में भी नगर पुलिस अधीक्षक के रूप में सेवाएं दे चुके हैं। दर्शन शास्त्र में उन्हें यह उपाधि प्रदान की गई है।