– दीक्षांत समारोह पर पड़ेगा असर
कर्मचारियों की इस हड़ताल के चलते आगामी २८ जनवरी को होने वाले दीक्षांत समारोह की तैयारियों पर बड़ा असर पड़ेगा। कर्मचारियों ने कहा है कि शुक्रवार से ही वह विश्वविद्यालय का कोई काम नहीं करेंगे बल्कि अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रखेंगे। दीक्षांत समारोह में राज्यपाल लालजी टंडन, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी सहित कई अन्य प्रमुख लोगों को पहुंचना है। ऐसे में तैयारियों में कमी रही तो विश्वविद्यालय की गरिमा भी प्रभावित होगी। एक ओर कर्मचारियों द्वारा विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है, वहीं कुछ असंतुष्ट प्रोफेसर भी गुटबाजी को बढ़ावा दे रहे हैं। इसमें वे भी शामिल हैं, जो सार्वजनिक रूप से अपने को कुलपति का करीबी प्रदर्शित करते हैं।
– कुलपति ने अधिकारियों के साथ फिर की बैठक
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. पीयूषरंजन अग्रवाल ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं और उनके हड़ताल पर जाने की चेतावनी पर चर्चा की। साथ ही शासन को भी कर्मचारियों की मांगों से अवगत कराया गया है। वहीं कर्मचारी संघ के नेताओं को फिर प्रशासन ने हड़ताल पर नहीं जाने के लिए कहा है।