अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी से बिलबिला रहे मरीज
अस्पताल प्रबंधक की अनदेखी के चलते शनिवार को ज्यादातर वार्ड के पंखे और कूलर बंद रहे। गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल (जीएमएच) के नवजात शिशु गहन इकाई के यूनिट-1 और दो में लगे कूलर-पंखे जंग खा रहे हैं। जीएमएच में जैसे ही सीढ़ी से ऊपर चढक़र यूनिट-एक और दो में प्रवेश करेंगे कि आप को देखने को मिलेगा कि बाहर से लगाए गए कूलरों को जंग खा रहे हैं। कूलर की टंकियों में कबाड़ भरा हुआ है। कूलर कबाड़ होने के कारण तीमारदार उसी में कपड़े सुखा रहे हैं। जबकि भीतर वार्ड में बच्चे बेड पर उबल रहे।
अस्पताल प्रबंधक की अनदेखी के चलते शनिवार को ज्यादातर वार्ड के पंखे और कूलर बंद रहे। गांधी मेमोरियल हॉस्पिटल (जीएमएच) के नवजात शिशु गहन इकाई के यूनिट-1 और दो में लगे कूलर-पंखे जंग खा रहे हैं। जीएमएच में जैसे ही सीढ़ी से ऊपर चढक़र यूनिट-एक और दो में प्रवेश करेंगे कि आप को देखने को मिलेगा कि बाहर से लगाए गए कूलरों को जंग खा रहे हैं। कूलर की टंकियों में कबाड़ भरा हुआ है। कूलर कबाड़ होने के कारण तीमारदार उसी में कपड़े सुखा रहे हैं। जबकि भीतर वार्ड में बच्चे बेड पर उबल रहे।
बेहाल बच्चे को मां गोद में लेकर गैलरी में टहल रही
यूनिट-1 में दो वर्षीय पियूष दाहिया पिछले सात दिन से भर्ती है। परिजन दोपहर 12.10 बजे छुट्टी कराने का इंतजार कर रहे थे। वार्ड में गर्मी से बेहाल पियूष को रेनू दाहिया गोद में लेकर गैलरी में टहल रही थी। नर्स के पूछने पर मां ने दो टूक जवाब दिया कि भीतर दमघुट रहा है। इसी तरह स्पेशल नवजात शिशु गहन इकाई में भर्ती मासूम भी बिलबिला रहे हैं। कुछ पंखों और एसी को छोड़ दें तो ज्यादातर पंखे और कूलर जंग खा रहे हैं।
यूनिट-1 में दो वर्षीय पियूष दाहिया पिछले सात दिन से भर्ती है। परिजन दोपहर 12.10 बजे छुट्टी कराने का इंतजार कर रहे थे। वार्ड में गर्मी से बेहाल पियूष को रेनू दाहिया गोद में लेकर गैलरी में टहल रही थी। नर्स के पूछने पर मां ने दो टूक जवाब दिया कि भीतर दमघुट रहा है। इसी तरह स्पेशल नवजात शिशु गहन इकाई में भर्ती मासूम भी बिलबिला रहे हैं। कुछ पंखों और एसी को छोड़ दें तो ज्यादातर पंखे और कूलर जंग खा रहे हैं।
गायनी वार्ड में पसीना बहा रहीं महिला मरीज
जीएमएच के पुराने भवन में गायनी वार्ड बनाया गया है। सभी वार्ड में लगे पंखे कबाड़ हो गए हैं। तकनीकि खराबी के कारण ज्यादातर पंखों की गति धीमी है। वार्ड में लगे कूलर कई साल से बंद पड़े हैं। कुछ की खिडिय़ां भी बंद कर दी गई हैं। स्टाफ रूप से लेकर वार्ड तक कूलर की व्यवस्था नहीं है। जिससे मरीजों को दिक्कत हो रही है।
जीएमएच के पुराने भवन में गायनी वार्ड बनाया गया है। सभी वार्ड में लगे पंखे कबाड़ हो गए हैं। तकनीकि खराबी के कारण ज्यादातर पंखों की गति धीमी है। वार्ड में लगे कूलर कई साल से बंद पड़े हैं। कुछ की खिडिय़ां भी बंद कर दी गई हैं। स्टाफ रूप से लेकर वार्ड तक कूलर की व्यवस्था नहीं है। जिससे मरीजों को दिक्कत हो रही है।
इलेक्ट्रिकल सेक्शन में गपशप
इलेक्ट्रिल सेक्शन में गपशप में व्यस्त कर्मचारी
संजय गांधी हॉस्पिटल के पिछले हिस्से में विद्युत विभाग का कार्यालय है। यहां पर एक इलेक्ट्रिशियन को छोड़ आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी गपशप में व्यस्त रहे। पूछने पर बताया कि दर्जनभर पंखे और कूलर की रिपेयरिंग की जा रही है।
इलेक्ट्रिल सेक्शन में गपशप में व्यस्त कर्मचारी
संजय गांधी हॉस्पिटल के पिछले हिस्से में विद्युत विभाग का कार्यालय है। यहां पर एक इलेक्ट्रिशियन को छोड़ आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी गपशप में व्यस्त रहे। पूछने पर बताया कि दर्जनभर पंखे और कूलर की रिपेयरिंग की जा रही है।